Punjab Politics: कांग्रेस नेता और पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्दधू की जल्द रिहाई को लेकर कयास लगने शुरू हो गए हैं। हालांकि पटियाला जेल प्रशासन ने रिहाई के मामले पर अभी कुछ भी कहने से साफ मना कर दिया है। किंतु सिद्धू के नजदीकी पूर्व प्रधान नरिंदर पाल लाली उनके जल्द रिहा होने की पुष्टि की है। बता दें इससे पहले भी 26 जनवरी के अवसर पर उनकी रिहाई हो जाने की खबरें उठी थीं।
जानें कैसे संभव है समय पूर्व रिहाई
आपको बता दें पिछले साल 19 मई 2022 को सुप्रीम कोर्ट ने रोडरेज के सालों पुराने मामले में कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू को एक साल जेल की सजा सुनाई थी। जिसके बाद सिद्धू ने 20 मई को ही पटियाला कोर्ट में सरेंडर कर दिया था। इसके बाद उन्हें कोर्ट ने उन्हें पटियाला जेल भेज दिया था। इस हिसाब से 18 मई 2023 तक उनकी सजा की अवधि थी। जेल मैनुअल के मुताबिक हर कैदी को महीने में 4-5 दिन की श्रम से छुट्टी दी जाती है। कुछ सरकारी छुट्टियों का भी लाभ इनमें जुड़ जाता है। जिसे इस सजा के दौरान एक भी दिन की सिद्धू ने छुट्टी नहीं ली। इस हिसाब से उन्होंने अपने पास करीब 48 दिन बचा लिए हैं। इस तरह सिद्धू मार्च के अंत से 1 अप्रैल तक कभी भी रिहा हो सकते हैं।
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रिहाई के बाद मूसेवाला के परिवार से मिलेंगे
सिद्धू के नजदीकी नरिंदर पाल लाली ने कहा कि सिद्धू पटियाला जेल से रिहा होने के बाद सबसे पहले सिद्धू मूसेवाला के परिवार से मिलने जाएंगे। बता दें सिद्धू मूसेवाला की पिछले साल ही सरेआम लॉरेंस बिश्नोई गैंग के गैंग ने एक गली में घेरकर गाड़ी में हत्या कर दी थी। इसके बाद नवजोत सिंह सिद्धू ने गुरुनानक देव जी के दर करतारपुर साहिब जाकर मत्था टेकने की इच्छा जताई है।
सिद्धू की पत्नी ने भी जताई थी नाराजगी
सिद्धधू की पत्नी नवजोत कौर ने 26 जनवरी 2023 को 50 कैदियों की रिहाई में सिद्धू का नाम न होने पर मान सरकार से काफी नाराजगी जताई थी। उनका कहना था कि जब सरकार कट्टर अपराधियों, कुख्यात अपराधियों तक को सजा में राहत दे सकती है। तो उनके पति नवजोत सिद्धू को क्यों नहीं दी गई
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