Parliament Special Session: केंद्र की मोदी सरकार ने 18 से 22 सितंबर तक संसद के विशेष सत्र (Parliament Special Session) बुलाए जाने का ऐलान किया है। हालांकि यह सत्र क्यों बुलाया गया है, इस बात का खुलासा सरकार ने अभी तक नहीं किया है। जिस वजह से अफवाहों का बाजार गर्म हो गया है। राजनीतिक गलियारों में हर तरफ बस इसी की चर्चा हो रही है। हर किसी के मन में बस यही सवाल गूंज रहा है की आखिर ये सत्र क्यों बुलाया गया है और इसकी क्या जरूरत आन पड़ी ? वो भी तब जब पिछले महीने ही संसद का मानसून सत्र खत्म हुआ है।
‘ये फैसला हिंदुओं की भावनाओं के खिलाफ’
कई लोग इसे पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव तो कुछ 2024 के लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2023) से भी जोड़ रहे हैं। वहीं, विपक्ष ने सत्र की टाइमिंग को लेकर सवाल उठाए हैं। शिवसेना (UBT) की नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने विशेष सत्र को हिंदुओं की भावनाओं के खिलाफ बताया है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर लिखा, “भारत के सबसे महत्वपूर्ण त्योहार गणेश चतुर्थी के दौरान बुलाया गया यह विशेष सत्र दुर्भाग्यपूर्ण है। ये हिंदू भावनाओं के खिलाफ है। तारीखों के चयन पर हैरानी है।”
‘घबराहट में उठाया गया कदम’
विपक्ष के कई नेता इसे एक ध्यान भटकाने की साजिश बता रहे हैं। विशेष सत्र पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रसे सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने कहा कि यह सरकार की घबराहट को दर्शाता है। साफ तौर पर यह घबराहट में उठाया गया कदम है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार विपक्ष की एकजुटता देखकर घबरा गई है। क्या पता ये विपक्ष को रोकने की कोई नई साजिश हो।
दरअसल, अटकलें लगाई जा रही हैं की सरकार ने ‘INDIA’ की बैठक से ध्यान हटाने के लिए इस सत्र को बुलाया है। हालांकि, सरकार का कहना है की अमृतकाल के दौरान होने वाले इस सत्र में सार्थक चर्चा होगी। कई मीडिया रिपोर्ट्स में ये भी दावा किया जा रहा है की सत्र के दौरान 10 से ज्यादा बिल पेश किए जा सकते हैं।
18 से 22 सितंबर तक होगा विशेष सत्र
बता दें कि गुरुवार (31 अगस्त) को मोदी सरकार के एक फैसले ने उस वक्त सभी को चौंका दिया, जब सरकार ने संसद के विशेष सत्र (Parliament Special Session) को बुलाने का ऐलान किया। संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने इस सत्र को बुलाने जाने की जानकारी दी।
विशेष सत्र का ऐलान करते हुए संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने कहा, “संसद का विशेष सत्र (17वीं लोकसभा का 13वां सत्र और राज्यसभा का 261वां सत्र) आगामी 18 से 22 सितंबर के दौरान होगा. जिसमें पांच बैठकें होंगी. अमृतकाल के दौरान होने वाले इस सत्र में संसद में सार्थक चर्चा और बहस होने को लेकर आशान्वित हूं। “
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