Manish Sisodia Resignation: दिल्ली सरकार के दो कद्दावर मंत्रियों के इस्तीफे हो गए हैं। डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया तथा स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन के इस्तीफे की घोषणा खुद सीएम अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal)ने 28 फरवरी 2023 को की थी। अब जब इन दोनों इस्तीफों को उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने मंजूरी के लिए राष्ट्रपति के पास भेज दिए गए हैं। तब मनीष सिसोदिया के इस्तीफे को लेकर सवाल खड़ा हो गया है। जहां सतेंद्र जैन के इस्तीफे पर हस्ताक्षर सहित 27 फरवरी की तारीख अंकित है। वहीं मनीष सिसोदिया के इस्तीफे पर हस्ताक्षर तो हैं किन्तु तारीख अंकित नहीं है ।
सिसोदिया के इस्तीफे को लेकर सवाल
आपको बता दें दोनों मंत्रियों सिसोदिया तथा सतेंद्र जैन का इस्तीफा 28 फरवरी को सीएम केजरीवाल की तरफ से उपराज्यपाल सक्सेना को भेजे गए थे। जिन्हें राज्यपाल ने अंतिम मंजूरी के लिए राष्ट्रपति को भेज दिया गया था। जहां पता चला कि सिसोदिया के इस्तीफे पर हस्ताक्षर के साथ तारीख अंकित नहीं की गई है। चूंकि सिसोदिया के द्वारा दिए गए इस्तीफे को टाइप किया गया था। जिस पर उनके हस्ताक्षर तो हैं लेकिन तारीख नहीं है। इसी कारण उनके इस्तीफे पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
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केजरीवाल ने की विधायकों-पार्षदों संग बैठक
पार्टी के दो महत्वपूर्ण नेताओं के इस्तीफे के बाद बदली परिस्थितियों में सीएम केजरीवाल ने अपने विधायकों- पार्षदों के साथ एक बैठक की। बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए सीएम केजरीवाल ने कहा कि हमारे दो वरिष्ठ मंत्रियों को बीजेपी शासित केंद्र सरकार ने झूठे केसों में फंसाकर जेल में डाल दिया है। जहां सिसोदिया ने दिल्ली के स्कूलों का कायाकल्प करके दिखाया, वहीं सतेंद्र जैन ने दुनिया को मोहल्ला क्लीनिक का मॉडल दिया है। अब से AAP के कार्यकर्ता सिसोदिया की शराब नीति मामले में गिरफ्तारी के विरोध में घर-घर जाकर अभियान चलाएंगे और बताएंगे कि किस तरह झूठे केस में फंसाया है। सीएम केजरीवाल ने आज के राजनीतिक हालातों की तुलना इंदिरा गांधी के आपातकाल से करते हुए कहा कि केंद्र की कार्यशैली को लोगों को इस अभियान के माध्यम से बताएगी कि कैसे दुराग्रह से केंद्र सरकार काम कर रही है।
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