Rahul Gandhi: कांग्रेस सांसद और और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी समय- समय पर जातिगत जनगणना को लेकर अपनी बात रखते है। वहीं बीते दिन यानि 24 अगस्त को राहुल गांधी ने जाति जनगणना को लेकर एक ट्वीट किया। जिसके बाद से सियासत पूरी तरह से गरमा गई है। वहीं बीजेपी ने राहुल गांधी पर जमकर निशाना साधा है।
Rahul Gandhi ने किया था ट्वीट
बता दें कि राहुल गांधी ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा कि “जातिगत जनगणना सामाजिक न्याय के लिए नीतिगत ढांचा तैयार करने का आधार है। संविधान हर एक भारतीय को न्याय और बराबरी का अधिकार देता है, लेकिन कड़वी सच्चाई है कि देश की जनसंख्या के 90% के लिए न तो अवसर हैं और न ही तरक्की में उनकी भागीदारी है। 90% बहुजन – दलित, आदिवासी, OBC, अल्पसंख्यक और गरीब सामान्य वर्ग के वो मेहनतकश और हुनरमंद लोग हैं जिनके अवसरों से वंचित होने के कारण देश की क्षमता का पूरा उपयोग नहीं हो पा रहा है। ये स्थिति वैसी ही है जैसे 10 सिलेंडर के इंजन को सिर्फ 1 सिलेंडर से चलाया जाए और 9 का प्रयोग ही न किया जाए।
संविधान द्वारा तय लक्ष्यों को वास्तविकता में पूरी तरह हासिल करने के लिए जातिगत जनगणना मार्गदर्शन देगी। जातिगत जनगणना से सिर्फ जनसंख्या की गिनती भर नहीं होगी, समाज का एक्स-रे भी सामने आ जाएगा। ये पता चल जायेगा कि देश के संसाधनों का वितरण कैसा है और कौन से वर्ग हैं जो प्रतिनिधित्व में पीछे छूट गए हैं। जातिगत जनगणना का आंकड़ा लंबे समय से अटके मुद्दों पर नीतियां बनाने में मदद करेगा। उदाहरण के लिए सटीक आंकड़े सामने आने के बाद आरक्षण की 50% की सीमा को रिवाइज़ किया जा सकता है ताकि सबको सरकारी संस्थानों और शिक्षा में उचित और न्यायपूर्ण प्रतिनिधित्व मिले”।
बीजेपी ने राहुल गांधी पर साधा निशाना
नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के जाति जनगणना बयान पर बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि “जब उनकी पार्टी सत्ता में थी और सरकार में उनकी बड़ी भूमिका थी, तो उन्होंने जाति जनगणना क्यों नहीं कराई? राहुल गांधी को इलाज की जरूरत है,
उनके मानसिक स्वास्थ्य की जांच होनी चाहिए. सबसे बड़ी चिंता की बात यह है कि वह सबकी जाति तो जानना चाहते हैं, लेकिन अपनी बताना नहीं चाहते। जब उनसे पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उनके साथ दुर्व्यवहार हुआ है तो दूसरे की जाति पूछना भी दुर्व्यवहार होगा”।
केंद्रीय मंत्री ने राहुल गांधी पर कसा तंज
जाति जनगणना पर केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने कहा कि “जब हम एनडीए में नहीं थे तो क्या राहुल गांधी ने कभी बिहार में हुई जातीय जनगणना की तारीफ की थी?
नहीं, उन्होंने ऐसा नहीं किया। तो, ये उनके घड़ियाली आंसू हैं और वह जनता को गुमराह करने के लिए नारों का इस्तेमाल करते हैं। वह बस इतना ही करते है, जातीय जनगणना पर। ‘यही कारण है कि उनके बयानों का कोई मतलब नहीं है।”