Rahul Gandhi: कांग्रेस (Congress) के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने बीते दिनों कई हिंदी और अंग्रेजी अखबारों में लेख लिखकर सभी को चौंका दिया। उनका लेख व्यापार जगत में एकाधिकार पर केन्द्रित था। राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के लेख में सभी को समान अवसर उपलब्ध कराने की बात कही गई थी। इसके बाद सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर राहुल गांधी की आलोचना शुरू हुई। उन्हें व्यवसाय विरोधी करार दिया गया।
इस तमगे के बाद आज राहुल गांधी ने आज एक वीडियो जारी किया है। इस वीडियो में उन्होंने बताया है कि वे व्यवसाय के समर्थक और एकाधिकार के विरोधी (Anti-Monopoly) हैं। उन्होंने कई अन्य पहलुओं पर भी अपना पक्ष रखा है। सवाल ये उठ रहे हैं कि व्यापार जगत में एकाधिकार का हवाला देकर राहुल गांधी इशारों-इशारों में किस पर निशाना साध रहे हैं? ऐसे में आइए हम आपको इन सवालों का जवाब देने की कोशिश करते हैं।
Rahul Gandhi ने जारी किया स्पष्टीकरण
नेता प्रतिपक्ष ने बीते दिन भारत के कुछ प्रतिष्ठित अखबारों में ‘व्यापार जगत’ की वर्तमान स्थिति पर एक लेख लिखा था। इस दौरान उन्होंने ‘एकाधिकार’ को लेकर कई सवाल उठाए थे। इसको लेकर राहुल गांधी के विरोधियों नें उनकी खूब आलोचना की। आलोचना का दौर समाप्त होने या थमने के बाद अब उन्होंने एक स्पष्टीकरण जारी किया है। राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने एक वीडियो पोस्ट जारी कर स्पष्ट किया है कि “वे नौकरी, व्यवसाय, नवप्रवर्तन और प्रतिस्पर्धा के समर्थक हैं।” वहीं उन्होंने एकाधिकार के खिलाफ अपनी आवाज को आज भी बुलंद रखा है। उनका कहना है कि “मैं एकाधिकार विरोधी हूं।”
राहुल गांधी ने बड़ा खुलासा करते हुए ये भी कहा है कि “मैंने अपना करियर एक प्रबंधन सलाहकार के रूप में शुरू किया था। मैं उन चीजों को समझता हूं जो किसी व्यवसाय को सफल बनाने के लिए आवश्यक हैं।” उनका कहना है कि “मैं व्यवसाय पर 1 या 2 या 3 या 5 लोगों के प्रभुत्व का विरोधी हूं।”
इशारों-इशारों में किस पर निशाना साध रहे Congress नेता?
व्यापार जगत को लेकर लिखा गया राहुल गांधी का लेख खूब सुर्खियां बटोर रहा है। इस लेख के माध्यम से कांग्रेस (Congress) नेता लगातार एकाधिकार की बात कर रहे हैं। सवाल ये उठ रहा है कि ‘एकाधिकार’ के माध्यम से इशारों-इशारों में किस पर निशाना साधा जा रहा है? क्या ये इशारा अडानी और अंबानी जैसे उद्योगपतियों पर है?
ऐसा इसलिए भी कहा जा रहा है कि क्योंकि राहुल गांधी (Rahul Gandhi) पहले भी कई बार सार्वजनिक मंचों से उद्योगपति अडानी और अंबानी (Adani-Ambani) का नाम लेकर उनकी मुखालफत कर चुके हैं। हालांकि, लेख में उन्होंने किसी के नाम का जिक्र नहीं किया है। ऐसे में फिलहाल इसको लेकर सुर्खियों का बाजार गर्म है और कई तरह की संभावनाएं व्यक्त की जा रही हैं।