Rahul Gandhi: ‘भलाई का जिसमें है विधान, वही है भरतीय संविधान।’ दिल्ली से लेकर कन्याकुमारी और कश्मीर तक आज भारतीय संविधान (Constitution) को लेकर सुर्खियां बन रही हैं। इसकी खास वजह है आज 75वां संविधान दिवस (75th Constitution Day) का होना। भारतीय संविधान दिवस (Indian Constitution Day) के अवसर पर देश-दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में तमाम तरह का कार्यक्रम आयोजित हुए।
दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम (Talkatora Stadium) में भी इसी कड़ी में कांग्रेस की ओर से ‘संविधान रक्षक अभियान’ को हरी झंडी दिखाई गई है। इस खास मौके पर नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी जमकर गरजे हैं। राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने तालकटोरा में तमाम उठा-पटक के बीच लोगों को संबोधित किया। इस दौरान कभी बत्ती गुल हुई तो कभी माइक बंद हुआ। हालांकि, बावजूद इसके राहुल गांधी बोलते रहे और पीएम मोदी को आड़े हाथों लेते रहे।
Samvidhan Rakshak Abhiyaan के तहत तालकटोरा में गरजे Rahul Gandhi
नेता प्रतिपक्ष (LoP) राहुल गांधी ने आज तालकटोरा स्टेडियम (Talkatora Stadium) में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी पर जमकर निशाना साधा है। राहुल गांधी ने कहा कि “नरेंद्र मोदी ने हिंदुस्तान का संविधान नहीं पढ़ा है।”
राहुल गांधी ने जाति आधारित जनगणना का जिक्र करते हुए कहा कि “कुछ दिन पहले हमने तेलंगाना में जातिगत जनगणना से जुड़ा काम शुरू किया। इसमें जो सवाल पूछे जा रहे हैं, वो प्रदेश के दलितों, पिछड़ों, गरीबों ने मिलकर तय किए हैं। मतलब तेलंगाना की जनता ने सेंसस डिजाइन किया है। ये एक ऐतिहासिक कदम है। हमारी जहां भी सरकार होगी, हम इसी पैटर्न से जातिगत जनगणना करेंगे।”
राहुल गांधी के संबोधन के दौरान कभी बत्ती गुल तो कभी बंद हुआ माइक!
तालकटोरा में ‘संविधान रक्षक अभियान’ कार्यक्रम को संबोधित करने के दौरान दो वाकये हुए। एक बार राहुल गांधी (Rahul Gandhi) का माइक बंद हुआ तो वहीं एक बार थोड़ी देर के लिए बिजली चली गई। हालांकि, राहुल गांधी इंतजार करते रहे और व्यवस्था दुरुस्त होते ही गरज पड़े। नेना प्रतिपक्ष ने कहा कि “देश में जो भी आदिवासियों, दलितों और गरीबों की बात करता है, उसका माइक ऑफ हो जाता है। लेकिन, जितना चाहे माइक ऑफ कर लो, मुझे बोलने से कोई नहीं रोक सकता।”
कांग्रेस (Congress) नेता ने स्पष्ट किया कि “हिंदुस्तान में हर रोज आदिवासी, दलित, पिछड़े वर्ग का युवा इंजीनियर, डॉक्टर, वकील, IAS बनने का सपना देखता है। लेकिन सच्चाई यह है- देश का पूरा सिस्टम पिछड़े, दलितों और आदिवासियों के खिलाफ खड़ा है। अगर ऐसा नहीं होता तो देश की 200 बड़ी कंपनियों के मालिकों की लिस्ट में इस वर्ग के लोग मिलते।”
नेता प्रतिपक्ष ने जातिगत जनगणना को लेकर BJP-RSS पर साधा निशाना
राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने जातिगत जनगणना के मुद्दे पर बीजेपी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) को एक बार फिर घेरने की कोशिश की है। उन्होंने कहा कि “BJP चाहती है कि देश के कुछ अरबपति देश को अपने कंट्रोल में रखें, इसलिए वे संविधान को खत्म करना चाहते हैं। BJP के इस कंट्रोल को तोड़ने के दो तरीके हैं- जातिगत जनगणना करवाना और आरक्षण में 50% की लिमिट खत्म करना। BJP-RSS कुछ भी कर ले, हम जातिगत जनगणना करवाकर रहेंगे।”
जातिगत जनगणना (Caste Census) को लेकर राहुल गांधी का तर्क हैं कि “इससे पता चलेगा कि देश में दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों की कितनी भागीदारी है? जातिगत जनगणना से देश का डाटा हमारे सामने होगा, जिससे विकास की परिभाषा पूरी तरह से बदल जाएगी। देश में जातिगत जनगणना से विकास की एक मजबूत नींव तैयार होगी।”
जानकारी के लिए बता दें कि कांग्रेस अगले 60 दिन तक (26 नवंबर से 26 जनवरी 2025) देशभर में ‘संविधान रक्षक अभियान’ चलाएगी। इस दौरान भारतीय संविधान की रक्षा और लोगों को उनके अधिकार समेत अन्य मुद्दों पर जागरुक किया जाएगा।