Rahul Gandhi: एक बार फिर गौतम अडानी का मामला पूरी तरह से गरमाया हुआ है। दरअसल अमेरिका की एक अदालत ने अडानी और उनके कुछ साथियों पर धोखाधड़ी और रिश्वत देने का आरोप लगाया था। जिसके बाद से ही विपक्ष बीजेपी और अडानी पर पूरी तरह से हमलावर हो गया है। मालूम हो कि आज सुबह कांग्रेस सांसद और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने पीएम मोदी और गौतम अडानी पर कई गंभीर आरोप लगाए, जिसके तुरंत बाद बीजेपी ने भी राहुल गांधी पर कड़ा प्रहार करते हुए उन्हें कई मुद्दों पर घेरा। चलिए आपको बताते है कि बीजेपी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान राहुल गांधी और गौतम अडानी के मुद्दें पर क्या कहा
Rahul Gandhi PM Modi की छवि खराब कर रही है
बीजेपी सांसद संबित पात्रा ने Rahul Gandhi पर लगाए सभी आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि “राहुल गांधी, PM Modi की विश्वसनीयता को कम करने का यह आपका पहला प्रयास नहीं है। आपकी मां, पार्टी और आप 2002 से यह प्रयास कर रहे हैं। आज एक बार फिर राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की एक बार फिर उन्होंने वही व्यवहार दिखाया और चीज़ों को उसी तरह रखा है जैसे वो करते आए हैं. पीसी में कुछ भी नया नहीं था।
उनके पास कुछ नाम, तरीके हैं जिनका इस्तेमाल करके वह पीसी करते हैं और बीजेपी, पीएम मोदी पर आरोप लगाने की कोशिश करते हैं। मुझे याद है कि राहुल गांधी 2019 में भी इसी तरह राफेल मुद्दे को लेकर सामने आये थे। उन्होंने दावा किया था कि बड़ा खुलासा किया जाएगा. कोविड महामारी के दौरान वे वैक्सीन को लेकर इसी तरह प्रेस कॉन्फ्रेंस करते थे। हालांकि, बाद में उन्हें सुप्रीम कोर्ट में माफी मांगनी पड़ी”।
Rahul Gandhi भी केस फाइल कर सकते है
BJP सांसद ने आगे कहा कि “मैं राहुल गांधी से पूछना चाहता हूं। जिस तरह हम केस फाइल करते थे और सिर्फ प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं करते थे। आप भी केस फाइल करो, कोर्ट में जाओ राहुल गांधी ने अपनी पीसी में कहा कि कांग्रेस पार्टी न्यायपालिका का भी काम कर रही है।
मां-बेटे जमानत पर हैं और न्यायपालिका का काम कर रहे हैं! उनमें से आधे जमानत पर हैं और न्यायपालिका का काम कर रहे हैं”।
गौतम अडानी मामले BJP ने दी प्रतिक्रिया
अडानी मामले में BJP ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि “आज सुबह से ही हम मीडिया में एक कंपनी से जुड़ा मामला देख रहे हैं। उस कंपनी के खिलाफ अमेरिका में केस चल रहा है। आरोप-प्रत्यारोप चल रहे हैं। हमारा स्पष्ट मानना है कि जहां तक कंपनी और उसके खिलाफ मामले का सवाल है, कंपनी एक बयान जारी करेगी और अपना बचाव खुद करेगी। कानून अपना काम करेगा।