Rajasthan Politics: राजस्थान की राजनीति में चार दिन से चल रहे कांग्रेस के वन-टू-वन फीडबैक कार्यक्रम के बाद एक बार फिर अंदरूनी गुटबाजी बाहर आ गई। फीडबैक कार्यक्रम में प्रदेश अध्यक्ष डोटासरा के द्वारा मानेसर घटना का जिक्र करने पर पायलट समर्थक मुरारीलाल मीणा, रामप्रसाद मीणा आत्महत्या केस में खुलकर सामने आ गए। उन्होंने अध्यक्ष डोटासरा तथा मंत्री महेश जोशी के खिलाफ खुलकर हमला बोल दिया है। उन्होंने कहा कि रामप्रकाश की मौत की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। फिर चाहे महेश जोशी हों या कोई बड़ा प्रभावशाली नेता कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।
जानें क्या है पूरा मामला
बता दें 17 अप्रैल सोमवार को दलित आदिवासी समाज से विधायक रामप्रसाद मीणा ने आत्महत्या कर ली थी। आत्महत्या से पूर्व रामप्रसाद ने एक वीडियो जारी कर मंत्री महेश जोशी सहित 8 लोगों पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया था। जिसके बाद 18 अप्रैल को मंत्री महेश जोशी ने अपना पक्ष रखते हुए कहा था कि वो मृतक रामप्रकाश मीणा और उसके परिवार के किसी सदस्य को जानते तक नहीं, मैंने किसी को परेशान नहीं किया। रामप्रसाद ने आत्महत्या का कदम क्यों उठाया इसकी उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए।
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मुरारीलाल मीणा ने कांग्रेस पर उठाए सवाल
मुरारीलाल मीणा ने मंत्री महेश जोशी पर बयान देते हुए कहा कि मरते समय कोई झूठ नहीं बोलता। रामप्रसाद मीणा की मौत की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। इसके बाद ही सब कुछ साफ हो जाएगा। महेश जोशी हों या कितना भी बड़ा नेता सब पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। कभी-कभी एक घटना ऐसी घट जाती है जो भारी पड़ जाती है। लोग हम से पूछ रहे हैं एक एसटी व्यक्ति को इस तरह मार दिया। तुम सरकार में बैठे क्या कर रहे हो। आदिवासी वोट कांग्रेस के हैं। तीन से लाश अंतिम संस्कार को पड़ी है। इससे समाज में गुस्सा बड़ रहा है। मैंने इस मुद्दे को व्यक्तिगत फीडबैक में उठाया है। इसका तो तुरंत समाधान होना चाहिए।
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