Rajasthan Politics: राजस्थान का विधानसभा चुनाव जैसे – जैसे नजदीक आ रहा है सियासत वैसे गरमाती जा रही है । जहां एक तरफ सभी पार्टियां अपने प्रचार प्रसार में जुटी हुई हैं वहीं राजस्थान कांग्रेस में चला रहा आपसी कलह खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। बता दें कि पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट बीजेपी की सरकार में हुए घोटाले की जांच करवाने की मांग को लेकर डटे हुए हैं और किसी भी नेता या पदाधिकारी की सुन रहे हैं। अब ये खबर निकल के आ रही है कि कांग्रेस के हाईकमान के सामने जाकर सचिन पायलट ने जांच न करवाए जाने को लेकर सीएम गहलोत पर सवाल खड़े किए हैं। वहीं पायलट ने कहा है कि अब वह इस मुद्दें से पीछे वाले नही है।
राजे सरकार में हुए करप्शन को लेकर कार्रवाई की मांग
पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने कुछ दिनों पहले कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल और कई अन्य पदाधिकारियों से मुलाकात की थी। इस मुलाकात के दौरान उन्होंने बताया था कि सीएम सीएम गहलोत पूर्व की राजे सरकार में हुए भ्रष्टाचार पर कोई भी कार्रवाई नहीं करना चाहते हैं। मैने कभी भी पार्टी के खिलाफ कुछ भी नहीं बोला है। इसके बावजूद भी मेरे अनशन को पार्टी विरोधी बताया गया है।
जांच करवाए बिना नहीं हटूंगा पीछे
सचिन पायलट ने कांग्रेस के उच्च अधिकारियों से मिलकर कहा है कि वह किसी भी हालत में राजे सरकार में हुए घोटाले की बिना जांच करवाए पीछे नहीं हटेंगे। चुनाव के समय में हमने जनता से ये वादा किया था कि भ्र्ष्टाचारियों के ऊपर हमारी सरकार में सख्त कार्रवाई होगी और इसी वादे के दम पर हमने सत्ता हांसिल की थी। ऐसे में अब चुनाव के समय यह दिखना भी चाहिए कि हमने करपशन के खिलाफ क्या काम किए हैं।
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सीएम गहलोत ने कही ये बात
शुक्रवार को सीएम गहलोत ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए पार्टी विरोधी नेताओं पर तंज कसा। इस दौरान सीएम ने कहा कि किसी भी नेता को ऐसा कोई काम नहीं करना चाहिए जिसकी वजह से पार्टी या फिर संगठन को किसी भी तरह की दिकक्त का सामना करना पड़े। इसके साथ ही सीएम ने ये भी कहा कि अगर पार्टी को किसी भी नेता की वजह से दिक्क्त होती है तो इसकी भरपाई नहीं की जा सकती है।
1 दिन का किया था अनशन
बता दें कि सचिन पायलट ने 11 अप्रैल को एक दिन का अनशन किया था। इसके बाद कांग्रेस के आलाकमान ने उन्हें दिल्ली बुलाया था और वह पर उन्होंने पार्टी के कई बड़े नेताओं से मुलाकात भी की थी। बता दें कि इस मुलाकात के बाद यह अनुमान लगाया जा रहा था कि अब सबकुछ ठीक हो जाएगा लेकिन यह विवाद अब भी खत्म नहीं हुआ है।
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