Rajnath Singh on China: दिल्ली में तीन दिवसीय कमांडर्स सम्मेलन कल 19 अप्रैल 2023 को समाप्त हो गया। इस मौके पर सेना के तीनों अंगों के वरिष्ठ कमांडरों को संबोधित करते हुए रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि देश की उत्तरी सीमा पर स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। चीनी सेना की भारी तैनाती को देखते हुए एलएसी पर कड़ी निगरानी रखें। देश की सुरक्षा के मामले में केंद्र सरकार हर तरह के सर्वश्रेष्ठ संसाधन सेना को उपलब्ध कराने के लिए संकल्पबद्ध है। चीन के साथ गतिरोध को लेकर उन्होंने कहा कि बातचीत जारी रहेगी।
चीन को लेकर किया सावधान
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने देश की उत्तरी सीमा को लेकर कहा कि किसी भी आकस्मिक स्थिति चीनी खतरे से निपटने में सेनाओं को सावधान रहना चाहिए। हालांकि सरकार की कोशिश है कि तनाव को कम करना, सीमा के शांतिपूर्ण समाधान के लिए हमारी सैन्य और कूटनीतिक बातचीत की कोशिश जारी रहेगी। रक्षामंत्री का ये बयान ऐसे समय आया है जब उत्तरी सीमा पर तनाव और गतिरोध को 3 साल बीत चुके हैं। चार जगहों गलवान, गोगरा, पैंगोंग तथा हॉट स्प्रिंग्स पर डिसइंगेजमेंट हो चुका है। फिर कई ऐसी जगह हैं जहां अभी समाधान निकलना बाकी है। हम सेना के पूर्वी लद्दाख में तेजी से बुनियादी ढांचे के निर्माण करने की सराहना करते हैं।
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पाकिस्तान सीमा को लेकर कही ये बात
इसी सम्मेलन में पाकिस्तान से लगी पश्चिमी सीमा का उल्लेख करते हुए रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि हालांकि विरोधी की तरफ से छद्म युद्ध अभी भी जारी है। लेकिन हमारी हमारी भारतीय सेना का योगदान सराहनीय है। उन्होंने कहा कि “मैं जम्मू कश्मीर में आतंकवाद के खतरे से निपटने में केंद्रीय सशस्त्र बल, पुलिस बलों तथा सेना के बीच उत्कृष्ट तालमेल की सराहना करता हूं। केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर में समन्वित अभियान क्षेत्र में स्थिरता और शांति बढ़ाने में योगदान दे रहें हैं और इसे जारी रहना चाहिए और इसके लिए मैं फिर से भारतीय सेना की सराहना करता हूं।”
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