Kapil Sibal: लोकसभा चुनाव 2024 अब अंतिम चरण में आ खड़ा हुआ है। बता दें कि आखिरी चरण का मतदान 1 जून 2024 को होना है। वहीं चुनाव के नतीजे की घोषणा 4 जून को की जाएगी। जैसे जैसे चुनाव नतीजे की तारीख नजदीक आ रही है, सियासी पारा बढ़ता जा रहा है। मालूम हो कि इस बार सीधा मुकाबला इंडिया गठबंधन और एनडीए के बीच होना है। वही दोनों पार्टियां जीत का दावा करी है। हालांकि यह तो 4 जून को ही पता चला पाएगा की आखिर केंद्र में किसकी सरकार बनती है। वहीं राज्यसभा सांसद और वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने राजनीतिक पार्टियों से नतीजे के दिन सतर्क रहने को कहा है और कुछ जरूरी दिशा- निर्देश भी दिए है।
Kapil Sibal ने क्या कहा?
दरअसल एक फ्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कपिल सिब्बल ने कहा कि “आप सभी जानते हैं कि वोटिंग के नतीजे 4 जून को आएंगे। मैं जनता और राजनीतिक दलों को जागरूक करना चाहता हूं कि मशीनें (ईवीएम) खुलने पर आपको क्या करना चाहिए। इसलिए मैंने सभी पार्टियों और सभी काउंटिंग एजेंटों के लिए एक चार्ट बनाया है. इस चार्ट में सीयू (कंट्रोल यूनिट) नंबर, बीयू (बैलट यूनिट) नंबर और वीवीपैट आईडी मौजूद होगी। तीसरा कॉलम बहुत महत्वपूर्ण है। तीसरे कॉलम में 4 जून 2024 लिखा है और नीचे मशीन कब खुलेगी इसका समय लिखा है।
अगर इस समय में कोई अंतर आता है तो आपको पता चल जाएगा कि मशीन पहले से ही कहीं खुली हुई है”।
वेरिफिकेशन होने तक रिजल्ट बटन न दबाएं
उन्होंने आगे कहा कि कंट्रोल यूनिट का सीरियल नंबर भी लिखित रूप में यहां आ जाएगा, आपको उसका भी मिलान करना होगा। जब टोटल पोल वोट आ जाए तो उसे ध्यान से देख लें ताकि काउंटिंग में ज्यादा वोट आने पर दोबारा दिक्कत न आए। 2 बातों का ध्यान रखें, ऊपर दिए गए कॉलम में वेरिफिकेशन होने तक रिजल्ट बटन को न दबाएं और अगर उस समय और रिजल्ट के समय में अंतर है तो कुछ गड़बड़ है। मैं चाहूंगा कि सभी राजनीतिक दल और वहां बैठे सभी उम्मीदवार पहले कॉलम को ध्यान से जांच लें और उसके बाद ही इसे खोलें।
मैने यह चार्ट सभी के लिए बनाया है
मीडिया से बात करते हुए कपिल सिब्बल ने बताय कि ऐसे बहुत से लोग हैं जो कह रहे हैं कि इन मशीनों (ईवीएम) से संभवत छेड़छाड़ की गई है। हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि छेड़छाड़ की कोई संभावना न हो। हम न तो यह कह रहे हैं कि उनमें छेड़छाड़ हुई है। और न ही यह कि उनमें छेड़छाड़ नहीं हुई है। किसी भी मशीन से छेड़छाड़ की जा सकती है।
हमें भरोसा है लेकिन मतदाता को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उसका वोट उसी उम्मीदवार को गया है जिसे उसने वोट दिया है। अगर वोटों की संख्या और समय में अंतर होगा तो आपको पता चल जाएगा। मैंने यह जानकारी इकट्ठा करने की कोशिश की और सभी के लिए यह चार्ट बनाया।