Shashi Tharoor: केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन के बयान के बाद सियासी बवाल मच गया है। बता दें कि पिनाराई विजयन ने सोमवार यानि 25 मार्च 2024 को एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा था, कि सबसे पहले भारत माता की जय और जय हिंद के नारे दो मुसलमानों ने लगाएं थे। वहीं इसे लेकर सियासी पारा भी चढ़ गया है। कांग्रेस के सासंद शशि थरूर ने इस पर अपनी कड़ी प्रतिक्रिया दी है। गौरतलब है कि सीएए के खिलाफ एक रैली में केरल के मुख्यमंत्री ने यह बयान दिया था।
Shashi Tharoor ने क्या कहा?
केरल के सीएम पिनाराई विजयन के बयान पर कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि “काफी विडंबनापूर्ण है, मुझे आश्चर्य है कि क्या उनके पास कोई स्टाफ सदस्य भी नहीं है जो गूगल करके सच्चाई का पता लगा सके। सच तो यह है कि जब सीएए बिल संसद में लाया गया था, मैंने इसके परिचय का विरोध किया था और मैंने बहस में बिल की निंदा करते हुए बताया कि यह क्यों असंवैधानिक है और अनुच्छेद 14 का उल्लंघन है।
संविधान यह स्पष्ट रूप से स्पष्ट करता है कि आपकी जाति, धर्म, भाषा, जन्म स्थान, जो भी अप्रासंगिक है। आपकी नागरिकता, हर दूसरे नागरिक के समान स्तर पर हैं, मैं अच्छी तरह से जानता हूं कि कांग्रेस ने इस मुद्दे का कितनी दृढ़ता से और कितनी लगातार विरोध किया है। कम्युनिस्ट पार्टी ने स्वतंत्रता संग्राम में न्यूनतम योगदान दिया था, और आज वे कोशिश कर रहे हैं सबसे घृणित बेईमान तरीके से इसका लाभ उठाएं और राजनीतिक लाभ हासिल करें।”
मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने भारत माता की जय पर दिया था बयान
गौरतलब है कि एक मल्लपुरम में एक कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा था कि “भारत माता की जय का नारा किसने दिया? मुझे नहीं पता कि संघ परिवार को यह पता है या नहीं। उनका नाम अजीमुल्लाह खान था। मुझे नहीं पता कि क्या वे जानते हैं कि वह संघ परिवार के नेता नहीं हैं। वह 19वीं सदी में मराठा पेशवा नाना साहब के प्रधान मंत्री थे”।