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UP Nikay Chunav 2023: क्या Shivpal Singh और Akhilesh Yadav एक साथ करेंगे चुनाव प्रचार? जानें क्या है पूरी रणनीति

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UP Nikay Chunav 2023: समाजवादी पार्टी ने अपने पत्ते सेट करने शुरू कर दिए हैं। इस दौरान अखिलेश यादव जहां अभी भी पार्टी  की रणनीति बनाने में उलझे हुए हैं तो उनके चाचा वरिष्ठ नेता शिवपाल यादव ने अपने चुनाव प्रचार के शेड्यूल तय कर दिए हैं। कुछ कार्यक्रमों की घोषणा तो पहले ही की जा चुकी है। जिसमें कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और उनकी पत्नी मैनपुरी सांसद डिंपल यादव लखनऊ मेयर पद की प्रत्याशी वंदना मिश्रा के लिए 3-3 रैलियां करेंगे। तो वहीं चाचा शिवपाल यादव सपा के यादव बाहुल्य गढ़ इटावा, मैनपुरी तथा फिरोजाबाद का दौरा करना शुरू भी कर चुके हैं।

क्या चाचा-भतीजे साथ करेंगे प्रचार

बता दें आखिरी बार चाचा शिवपाल और भतीजे अखिलेश ने 2014 लोकसभा चुनावों में मिलकर एक साथ चुनाव प्रचार किया था। लेकिन लेकिन 2016-17 के यूपी विधानसभा तैयारियों के समय परिवार के राजनीतिक विवाद खुलकर सामने आ गया था। जब सपा प्रमुख अखिलेश यादव खुलेआम पिता मुलायम सिंह यादव के साथ पार्टी कार्यकर्ताओँ की रैली में मंच पर उलझ गए थे। इसके बाद पार्टी टूट गई। अब 2022 चुनाव में शिवपाल यादव ने केवल करहल विधानसभा सीट के लिए अखिलेश के साथ सुलह की थी। इसके बाद नेताजी के निधन से खाली हुई मैनपुरी लोकसभा सीट के उपचुनाव पर  चाचा-भतीजे दोनों एक साथ आ गए।  अब निकाय चुनाव की रणनीति के मद्देनजर महापौर, नगर पालिका, नगर पंचायत चुनावों के लिए अलग-अलग टीमें बनाकर अभियान का नेतृत्व तय कर दिया गया है। जिसमें शिवपाल यादव भाजपा के गढ़ में प्रचार करेंगे। इसके साथ ही सपा के गढ़ माने जाने वाले फिरोजाबाद, मैनपुरी,कन्नौज तथा इटावा में प्रचार करेंगे।

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कैसा होगा यूपी चुनाव

यूपी नगर निकाय चुनाव के नामांकन का दूसरा दौर जारी है। इसी दौरान राजनीतिक दलों की चुनाव प्रचार करने की रणनीति भी तैयार होने लगी हैं। देखा जाए तो ये महज एक निकाय चुनाव है लेकिन यूपी के इस चुनाव का महत्व इतना अधिक बढ़ गया है कि राजनीतिक पंडित और राजनीतिक दल भी इसे लोकसभा चुनाव से पहले का सेमीफाइनल मानकर चल रहे हैं। अब ये तो चुनाव प्रचार की गर्मी तय करेगी कि पार्टियां इस चुनाव को आम जनता की स्थानीय समस्याओं पर लड़ती हैं या फिर राष्ट्रीय परिपेक्ष्य के मुद्दों पर लेकर जाएंगीं।

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