Uttar Pradesh Bypolls: महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनाव के साथ उत्तर प्रदेश में भी उपचुनाव हो रहे हैं। चुनाव आयोग (Election Commission) की ओर से जारी किए गए शेड्यूल के मुताबिक यूपी की 9 विधानसभा सीटों पर 13 नवंबर को मतदान होगा और नतीजों का ऐलान 23 नवंबर को ही किया जाएगा। यूपी उपचुनाव (Uttar Pradesh Bypolls) BJP पूरे दमखम के साथ जोर लगा रही है। वहीं ‘इंडिया’ गठबंधन (सपा, कांग्रेस) भी उपचुनाव में संभावनाओं को बेहतर करने के लिए प्रयासरत है। हालाकि, हरियाणा विधानसभा चुनाव (Haryana Assembly Election) में शिकस्त का सामना करके आई काग्रेस (Congress) की हालत यूपी में अच्छी नहीं बताई जा रही है।
कांग्रेस यूपी में अपने आस्तित्व के लिए लड़ाई लड़ती नजर आ रही है। इसका आंकलन इस बात से लगा सकते हैं कि यूपी उपचुनाव (UP By-Election) में सभी 9 सीटों पर ‘साइकिल’ चुनाव चिन्ह के साथ प्रत्याशी मैदान में उतर रहे हैं। वहीं कांग्रेस, सपा (SP) के सामने सरेंडर करती नजर आ रही है और पार्टी की ओर से सपा के चुनाव चिन्ह पर रण में उतरे प्रत्याशियों को समर्थन देने का ऐलान किया गया है। कांग्रेस के इस कदम के बाद सवाल उठ रहे हैं कि क्या इस कदम का असर महाराष्ट्र (Maharashtra Election) और झारखंड विधानसभा चुनाव (Jharkhand Assembly Election) पर भी पड़ेगा?
हरियाणा में शिकस्त के बाद Uttar Pradesh Bypolls में Congress का बड़ा ऐलान!
हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस 37 सीटों पर ही सिमट गई। वहीं 10 वर्षों से सत्ता में काबिज BJP ने सभी को चौंकाते हुए 48 सीटों पर जीत दर्ज कर लिया और लगातार तीसरी बार सरकार बनाने में कामयाब रही। हरियाणा में कांग्रेस को मिली हार का असर उसके साख पर पड़ता नजर आ रहा है और पार्टी यूपी में अपनी आस्तित्व की जंग लड़ती नजर आ रही है।
उत्तर प्रदेश विधानसभा उपचुनाव (Uttar Pradesh Bypolls) की बात करें तो सपा ने गठबंधन फॉर्मूले को छोड़ सभी 9 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने का निर्णय लिया है। इस उपचुनाव में कांग्रेस को एक सीट भी नहीं दी गई है। हालाकि फिर भी कांग्रेस (Congress), सपा के साथ है और यूपी प्रभारी अविनाश पांडे ने बयान जारी कर सपा के सिंबल पर चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों को समर्थन देने की बात कही है। कांग्रेस प्रभारी का कहना है कि इस कदम से 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव पर सकारात्मक प्रभाव हो सकेगा।
क्या Maharashtra Assembly Election 2024 पर पड़ सकता है असर?
महाराष्ट्र में कांग्रेस मजबूत स्थिति में बताई जा रही है। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पार्टी को लोकसभा चुनाव 2024 में महाराष्ट्र की 13 सीटों पर जीत मिली थी। महाराष्ट्र में कांग्रेस ने BJP, NCP (AP), NCP (SP), शिवसेना (शिंदे गुट) और शिवसेना (UBT) को पीछे छोड़ते हुए सबसे ज्यादा सीट जीत लिया था।
दावा किया जा रहा है कि यूपी उपचुनाव में उम्मीदवारी से चूक गई कांग्रेस द्वारा गठबंधन धर्म का पालन करते हुए सपा को समर्थन देने के कदम का असर महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव (Maharashtra Assembly Election 2024) पर नहीं पड़ता नजर आ रहा है। हालाकि सियासत में किसी भी संभावनाओं को नकारा नहीं जा सकता और कब क्या हो जाए इसके बारे में पहले ही कहना जल्दबाजी होगा।
Jharkhand Assembly Election 2024 में Congress की भूमिका
झारखंड में भी कांग्रेस ‘इंडिया गठबंधन’ का हिस्सा है। पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM), राष्ट्रीय जनता दल (RJD) और वाम दलों (CPI) के साथ चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी में है। झारखंड विधानसभा चुनाव (Jharkhand Assembly Election 2024) में इंडिया गठबंधन की ओर से हुए सीट शेयरिंग फॉर्मूले के तहत कुल 81 विझानसभा सीटों में से 70 सीटों का बंटवारा JMM और कांग्रेस के बीच होना है। वहीं 11 सीटें RJD और अन्य सहयोगी दलों को दी गई हैं।
ऐसे में यूपी उपचुनाव (Uttar Pradesh Bypolls) में कांग्रेस द्वारा बैकफुट पर आने की रणनीति का असर झारखंड की राजनीति पर नहीं पड़ता नजर आ रहा है। कांग्रेस यहां JMM के नेतृत्व में अन्य सहयोगी दलों के साथ रणनीति साझा कर चुनावी मैदान में उतर चुकी है और बेहतर परिणाम के लिए लगातार प्रयासरत नजर आ रही है।