Yogi Adityanath: महाराष्ट्र और झारखंड में विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार-प्रसार जोरों पर है। इस दौरान यूपी के मुखयमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) के एक बयान को लेकर खूब सुर्खियां बन रही हैं। दरअसल, सीएम योगी ने बांग्लादेश में हुए तख्तापलट और अल्पसंख्यकों पर हुए हमले को लेकर 26 अगस्त को आगरा में एक अहम बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि ‘बंटोगे तो कटोगे, एक रहोगे, तो नेक रहोगे।” सीएम योगी का ये बयान अब महाराष्ट्र से लेकर झारखंड समेत अन्य राज्यों में सुर्खियां बटोर रहा है। हेमंत सोरेन, शरद पवार, संजय राउत, तेजस्वी यादव समेत अन्य तमाम कद्दावर नेता सीएम योगी के इस बयान पर जमकर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
Yogi Adityanath के बयान पर राजनेताओं की प्रतिक्रिया
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ‘बंटोगे तो कटोगे’ बयान पर झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन की प्रतिक्रिया सामने आई है। हेमंत सोरेन ने एक समाचार चैनल को दिए इंटरव्यू में ‘बंटोगे तो कटोगे’ से जुड़े सवाल पर कहा कि “यहां न तो बंटे हैं, न ही बंटेंगे लेकिन चुनाव के माध्यम से कूटे जरूर जाएंगे ये बीजेपी के लोग।” हेमंत सोरेन का कहना है कि झारखंड में JMM के नेतृत्व में एक बार फिर इंडिया गठबंधन की सरकार बनेगी।
महाराष्ट्र के पूर्व सीएम और एनसीपी नेता शरद पवार ने भी ‘बंटोगे तो कटोगे’ पर अपनी चुप्पी तोड़ी। उन्होंने 9 नवंबर को एक बयान जारी कर कहा कि “चुनाव आते-जाते रहते हैं लेकिन किसी को भी जात-पात के बीच दरार पैदा करने का काम नहीं करना चाहिए।”
शिवसेना (UBT) नेता संजय राउत ने भी सीएम योगी के बयान की आलोचना की है। उनका कहना है कि “ऐसी भाषा का इस्तेमाल समझ से परे है। महाराष्ट्र के लोग सुरक्षित हैं। बीजेपी जब भी यहां सरकार में आती है, असुरक्षा का माहौल बनाने की कोशिश करती है।”
कांग्रेस नेता बालासाहेब थोराट ने भी ‘बंटोगे तो कटोगे’ नारे पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। बालासाहेब थोराट का कहना है कि “कांग्रेस कभी धर्म और जातियों में लड़ाई नहीं करवाती। बीजेपी कभी वोट जिहाद की बात करती है, तो कभी “बंटेंगे तो कटेंगे” जैसे नारे देती है।”
UP, बिहार में भी छिड़ी सियासी जंग
योगी आदित्यनाथ के ‘बंटोगे तो कटोगे’ नारे को लेकर यूपी और बिहार में भी सियासी जंग छिड़ी है। यूपी की प्रमुख विपक्षी दल समाजवादी पार्टी ने तो सीएम योगी के नारे के जवाब में ‘जुड़ेंगे तो जीतेंगे’ का नारा दिया है। सपा मुखिया अखिलेश यादव खुद भी कई मौकों पर योगी आदित्यनाथ के बयान की आलोचना कर चुके हैं।
यूपी के पड़ोसी और सियासी दृष्टिकोण से बेहद अहम राज्य बिहार में भी ‘बंटोगे तो कटोगे’ पर वार-पलटवार का दौर जारी है। बिहार में विपक्ष के नेता और पूर्व डिप्टी तेजस्वी यादव का कहना है कि “बँटेंगे-कँटेंगे तो मवालियों की भाषा है। बीजेपी के 10 साल के शासन में सबसे अधिक बेरोजगार हिंदू ही है। महंगाई की मार हिन्दूओं पर है। गरीबी की मार सबसे अधिक हिन्दूओं पर है। अपनी विफलताओं को छुपाने के लिए बीजेपी हिंदू-मुसलमान करती है।”