Akash Madhwal: मुंबई इंडियंस आईपीएल 2023 में क्वालीफायर-2 में अपनी जगह बना चुकी है। एलिमिनेटर मुकाबले में लखनऊ सुपर जायंट्स को 81 रनों से हराने में टीम के तेज गेंदबाज आकाश माधवाल ने बेहद मदद की थी। उनकी धारंधार गेदंबाजी के आगे विपक्षी टीम के बल्लेबाजी घुटने के बल्ले जमीन पर बैठे हुए नजर आए थे। पूरे मुकाबले के दौरान उन्होंने अपनी घातक गेंदबाजी से बल्लेबाजो पर कहर बरपाया। लेकिन, क्या आप जानते है इस खिलाड़ी का सफर एमएस धोनी के जैसा ही रहा है। इस गेंदबाज ने धोनी की तरह ही टेनिस गेंद से खेलना शुरू किया था। वहीं किस्मत की चमक ऐसी हुई कि उन्हें मुंबई की टीम से खेलने का मौका मिला और वह पूरे भारत में अपनी गेंदबाजी का लौहा मनवा रहे है। वहीं इस आर्टिकल के जरिए उनके करियर की उन सभी पेरेशानियो के बारे में जानेगे। जिन्होंने एक क्रिकेटर बनने में अढ़चन पैदा की थी।
आकाश के भाई ने बताई अनसुनी बाते
उत्तराखंड के रूर्की के रहने वाले तेज गेंदबाज अपनी ते गेंदबाजी के लिए जाने जाते है। 29 वर्षीय तेद गेंदबाज पेशे से सिविल इंजीनियर है। लेकिन, उन्होंने इस फील्ड में हाथ नहीं आजमाते हुए क्रिकेट के खेल को टेनिस गेंद से खेलना शुरू किया था। वहीं मुंबई और लखनऊ के बीच हुए मुकाबले को पूरे रूर्की ने देखा था। वहीं मैच के बाद आकाश के शानदार प्रदर्शन को देखते हुए उनके पड़ोसी और शहर वाले उनके बड़े भाई आशीष को बधाई देने पहंचे थे। वहीं आशीष ने इंडिय टूडे से बातचीत करते हुए कहा कि,
“रोहित भाई के साथ बात यह है कि वह खिलाड़ियों को मौका देते हैं। वह अपने खिलाड़ियों पर भरोसा करते हैं और उनका समर्थन करते हैं। एक नया खिलाड़ी हमेशा टीम में अपनी स्थिति को लेकर डरा हुआ रहता है। और रोहित ने उस डर को दूर कर दिया है और आकाश अब काम कर रहा है।”
मुंबई के भरोसे पर खरे उतरे आकाश
मुंबई की फ्रेन्चाइजी ने उन्हें साल 2022 में टीम में शामिल किया था। वह आकाश पर काफी विश्वास करते है। लेकिन, वह लखनऊ के खिलाफ खुद साबित करने में कामयाब रहे और कप्तान रोहित के द्वारा दिए गए कॉन्फिंडंस को उन्होंन बनाए रखा। इस पर उन्होंने आगे कहा कि,
“जब 2022 में सूर्यकुमार चोटिल हो गए, तो 2/3 मैच शेष थे, MI ने उन्हें बल्लेबाज के प्रतिस्थापन के रूप में घोषित किया। आकाश में विश्वास दिखाने का यह उनका तरीका था कि उन्हें आईपीएल 2023 टीम के लिए चुना जाएगा। रोहित ने उनसे कहा था कि उन्हें 2023 सीजन में खेलने का मौका मिलेगा।”
इंजीनियर करने के बाद मिला मौका
आकाश को बचपन से ही खेलने का शौक था। वह कभी भी क्रिकेट से दूर नहीं रहे सके। वहीं इसी पर आगें उन्होंने कहा कि,
“जब वह अपनी इंजीनियरिंग के बाद काम कर रहा था, तो लोग हर दिन आते थे और कहते थे कि आज काम पर मत जाओ, हमारी टीम में खेलो और हम तुम्हें भुगतान करेंगे। और वहां से उत्तराखंड में ट्रायल के बाद वह लेदर बॉल में बदल गया।”
“किसी ने उसे यहाँ खेलने नहीं दिया। उनकी गेंदबाजी का काफी डर था। इसलिए, उन्हें स्थानीय टूर्नामेंटों से प्रतिबंधित कर दिया गया था। डर का महौल था। आकाश रुड़की के बाहर जाकर खेलता था। “लेकिन हाँ, उसके टेनिस बॉल के दिन पूरे हो गए हैं। वह अभी बहुत खुश है।”
गौरतलब है कि आकाश ने लखनऊ के खिलाप महज 5 रन खर्च कर 5 विकेट चटकाए थे।उन्होंने यह कारनामा कर के पूर्व दिग्गज गेंदबाज अनिल कुंबले की बराबरी कर ली है।
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