Asian Games 2023: भारत में जिम्नास्टिक का खेल इतना प्रसिद्ध नहीं है पर पिछले कुछ दिनों में भारतीय खिलाड़ियों की शानदार प्रदर्शन की बदौलत देश में यह खेल को आम लोग भी जानने लगे हैं। ऐसे में भारत की प्रसिद्ध जिम्नास्ट दीपा कर्माकर का नाम सबसे ऊपर आता है जिन्होंने रियो ओलंपिक्स में चौथा स्थान हासिल कर पूरे देश को जिम्नास्टिक देखने के लिए मजबूर कर दिया था।
वापसी करने को तैयार दीपा कर्माकर
जिम्नास्ट दीपा कर्माकर पूरी तरह से वापसी करने को तैयार है। आने वाले एशियाई गेम्स के ट्रायल स्पर्धा में वह भाग लेने के लिए दिन रात ट्रेनिंग कर रही है। दीपा ने पीटीआई भाषा को फ़ोन पर बताया कि वह त्रिपुरा की राजधानी अगरतला में इन दिनों ट्रेनिंग कर रही हैं । एशियाई गेम्स का ट्रायल स्पर्धा भुवनेश्वर में होगा। ऐसे में दीपा की पूरी कोशिश रहेगी कि, वह इस ट्रायल में चयनित हों।
रियो ओलंपिक्स में किया था कमाल
दीपा कर्माकर ने रियो ओलंपिक्स 2016 के दौरान शानदार प्रदर्शन करते हुए चौथा स्थान पाया था। वह कांस्य पदक जीतने से महज 0.15 के अंतर से चूक गयीं। ऐसा करने वाली वह देश की पहली खिलाड़ी भी बन गयी। इसके अलावा भी दीपा किसी भी गोल्ड इवेंट प्रतियोगिता में स्वर्ण जीतने वाली देश की पहली खिलाड़ी हैं। दीपा ने तुर्की में हुए 2018 आर्टिस्टिक जिम्नास्टिक वर्ल्ड चैलेंज की वॉल्ट स्पर्धा में शीर्ष स्थान हासिल किया था। उन्होंने 2014 ग्लास्गो कामनवेल्थ गेम्स में कांस्य पदक और 2015 हिरोशिमा एशियाई चैंपियनशिप में भी कांस्य पदक जीता था।दीपा के अलावा प्रणति नायक,अरुणा दास और आशीष कुमार भी कुछ गिने चुने जिम्नास्टों में से एक हैं।
लगा था 21 महीनों का बैन
दीपा कर्माकर पर इंटरनेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने लगभग 21 महीने का बैन लगाया था। दीपा को आईटीए द्वारा कराये गए टेस्ट में नाकाम रहने के बाद यह बैन लगाया गया था। गौरतलब है कि,दीपा 2015 टोक्यो में हुए वर्ल्ड जिमनास्टिक चैंपियनशिप में चोट के कारण भाग नहीं ले पायी थीं। आपको बता दें कि इंटरनेशनल टेस्टिंग एजेंसी,अंताराष्ट्रीय जिम्नास्टिक महासंघ के डोपिंग निरोधक कार्यक्रम का जिम्मा संभालने वाली स्वतंत्र एजेंसी है।
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