Bajrang Punia: बजरंग पूनिया पर नेशनल एंटी डोपिंग एजेंसी (NADA) ने सख्त एक्शन लिया है। नाडा ने एंटी डोपिंग कोड के उल्लंघन मामले में बजरंग पूनिया पर 4 वर्ष का प्रतिबंध लगाया है। कहा जा रहा है कि अगले 4 वर्षों तक बजरंग पूनिया अब फुल टाइम पॉलिटिकल पारी खेलेंगे। हालांकि, बजरंग पूनिया के लिए प्रतिबंध का ये दौर बेहद चुनैती भरा होगा। सवाल ये है कि कांग्रेस नेता NADA के एक्शन (बैन) से कैसे निपटेंगे?
बता दें कि राजनीति के साथ अपने मूल काम को बढ़ावा देना और कर्तव्य पथ पर चलना थोड़ा कठिन होता है। यही वजह है कि कई शख्सियत राजनीति या मूल मार्ग में किसी एक को चुनते हैं। वहीं कई ऐसे भी होते हैं जिन्हें परिस्थितियां एक मार्ग चुनने पर मजबूर करती हैं। हरियाणा कांग्रेस (Congress) के नेता बजरंग पूनिया (Bajrang Punia) उनमें से एक हैं। ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि नाडा के एक्शन के बाद बजरंग पूनिया क्या तरीका अपनाते हैं।
Bajrang Punia: अगले 4 वर्षों तक फुल टाइम पॉलिटिकल पारी खेलेंगे ओलंपिक पदक विजेता!
ओलंपिक पदक विजेता और वर्तमान में किसान मोर्चा कांग्रेस से जुड़े बजरंग पूनिया की मुश्किलें बढ़ गई हैं। बजरंग पूनिया पर नेशनल एंटी डोपिंग एजेंसी (NADA) ने अगले 4 वर्ष तक प्रतिबंध लगा दिया है। नाडा के एक्शन के बाद बजरंग पूनिया (Bajrang Punia) किसी रेसलिंग टूर्नामेंट में हिस्सा नहीं ले सकेंगे। इसके अलावा बजरंग पूनिया बैन की अवधि (अगले 4 वर्ष) तक अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कोचिंग भी नहीं कर सकेंगे। बजरंग पूनिया पर नाडा द्वारा लगाए बैन से स्पष्ट है कि वे अब फुल टाइम पॉलिटिकल पारी खेलने के लिए तैयार हैं। अगले 4 वर्ष तक रेसलिंग से इतर बजरंग पूनिया (Bajrang Punia) के पास राजनीति में आगे बढ़ने का विकल्प खुला है।
NADA के बैन से कैसे निपटेंगे ओलंपिक पदक विजेता बजरंग पूनिया?
नेशनल एंटी डोपिंग एजेंसी (NADA) द्वारा बजरंग पूनिया पर लगाए बैन से कई सवाल खड़े हो रहे हैं। पूछा जा रहा है कि बजरंग पूनिया (Bajrang Punia) NADA के बैन से कैसे निपटेंगे? बता दें कि बजरंग पूनिया पर नाडा की सख्ती पिछले वर्ष से थी। डोप परीक्षण के लिए यूरीन नमूना न देने से जुड़े मामले बजरंग पूनिया को 23 अप्रैल को बैन किया था। नाडा की इस कार्रवाई के खिलाफ बजरंग पूनिया ने अपील की थी।
बजरंग पूनिया (Bajrang Punia) की अपील के बाद 31 मई और 23 जून को उन्हें नोटिस दी गई। इस मामले में 20 सितंबर और 4 अक्टूबर को सुनवाई भी हो चुकी है जिसके बाद एथलीट अनुच्छेद 10.3.1 के तहत बजरंग पूनिया को 4 वर्षों के लिए बैन किया गया है। नाडा से लंबी लड़ाई लड़ चुके बजरंग लगातार सक्रिय नजर आते हैं। ऐसे में कहा जा रहा है कि बैन से जुड़ी कार्रवाई के खिलाफ भी बजरंग पूनिया मजबूती से लड़ेंगे। हालांकि, ये सभी दावे हैं और वास्तविकता क्या होगी ये आने वाले समय में स्पष्ट हो सकेगा।