Under 19 World Cup 2023: भारतीय महिला टीम ने अंडर 19 वर्ल्ड कप (Under 19 World Cup 2023) के फाइनल मुकाबले में इंग्लैंड टीम को 7 विकेट से हराकर फाइनल मुकाबले में जीत हासिल की। वहीं, टीम इंडिया की जीत में अहम भूमिका निभाने वाली पार्श्वी चोपड़ा (Parshavi Chopra) की क्रिकेटर बनने की कहानी काफी फिल्मी है और इससे जान आपको विश्वास नहीं होगा। पार्श्वी चोपड़ा ने अपनी स्पिन गेंदबाजी से सभी बल्लेबाजों को अपनी गेंद पर खूब घुमाया। वहीं पार्श्वी चोपड़ा की क्रिकेटर बनने की कहानी भी काफी रोचक है।
पापा के बोलने पर छोड़ा अपना पहला प्यार
टीम इंडिया की अंडर 19 टीम की बेहतरीन खिलाड़ी पार्श्वी चोपड़ा को सबसे पहले स्केटिंग खेल से प्यार हुआ और उनका मन भी इस खेल में खूब लगता था। आप को बता दें कि, पार्श्वी चोपड़ा ने उत्तर प्रदेश की अंडर-14 प्रतियोगिता खेल में अपने पसंदीदा खेल स्केटिंग में सिल्वर मेडल भी जीत चुकीं हैं। लेकिन उनके घर में पापा और चाचा क्रिकेटर रह चुकें हैं और उनके पापा भी चाहते थे कि पार्श्वी क्रिकेटर बने और टीम इंडिया के लिए खेले। इसके बाद पापा के कहने पर पार्श्वी ने अपने पहले प्यार यानि स्केटिंग गेम को छोड़ क्रिकेट खेलना शुरू किया और 16 साल में ही टीम इंडिया की अंडर 19 टीम में जगह बनाई और वर्ल्ड चैंपियन बन गई हैं।
13 साल में खेला अपना पहला मैच
पापा के कहने पर क्रिकेट में कमाल करने के लिए पार्श्वी चोपड़ा तैयार और उन्होंने क्रिकेट अकादमी ज्वाइन कर लिया। स्केटिंग करने वाली लड़की को स्पिन गेंदबाजी भा गई और उन्होंने इस पर ही काम करना शुरू कर दिया। अगर मीडिया रिपोर्ट की माने तो पार्श्वी ने 13 साल की उम्र में उत्तर प्रदेश के लिए क्रिकेट खेला और अपने पहले मैच में ही तीन विकेट झटककर उन्होंने कमाल कर दिया।
वर्ल्ड कप में रहा था शानदार प्रदर्शन
पार्शवी चोपड़ा जो मात्र 16 साल की हैं और उन्हें अंडर 19 वर्ल्ड कप खेलने का मौका मिला और उन्होंने बेहतरीन प्रदर्शन किया। पार्शवी चोपड़ा ने मात्र 6 मैचों में ही 11 विकेट झटक लिया था और उन्होंने टीम इंडिया के लिए सबसे ज्यादा विकेट हासिल किया। इंग्लैंड के खिलाफ फाइनल मैच में भी उनका जादू चला और दो विकेट चटकाए।
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