Home स्पोर्ट्स WPL 2023: RCB के खिलाफ हेली मैथ्यू ने गेंद और बल्ले से...

WPL 2023: RCB के खिलाफ हेली मैथ्यू ने गेंद और बल्ले से बरपाया कहर, बनाया कमाल का रिकॉर्ड

0

WPL 2023: महिला प्रीमियर लीग का आगाज़ हो चुका है। इसके सभी मुकाबले महाराष्ट्र में ही खेले जाएंगे। कुल पांच टीमें महिला प्रीमियर लीग के पहले सीज़न में हिस्सा ले रही है। मुंबई इंडियन्स की टीम का सीज़न का आगाज़ काफी अच्छा हुआ है। अभी तक मुंबई इंडियन्स ने कुल दो मैच खेले हैं और दोनों ही मैच आसानी से जीत भी लिए है। RCB की शुरुआत काफी निराशाजनक हुई है। स्मृति मांधना की कप्तानी वाली RCB पहले तो दिल्ली से हारी और अपने दूसरे मुकाबले में मुंबई इंडियन्स के हाथों भी बड़ी हार का सामना करना पड़ा।

मुंबई इंडियन्स और रॉयल चैलेंजर्स बंगलौर के बीच खेले गए मुकाबले में मुंबई इंडियन्स की आलराउंडर हेली मैथ्यूज पूरे मैच के दौरान छाई रही।

Also Read: RCB VS MI WPL 2023: मुंबई से मिली हार के बाद RCB पुरुष और महिला टीम हुई जमकर सोशल मीडिया पर ट्रोल, देखें रिएक्शन

हेली मैथ्यूज ने कर डाला ये कारनामा

मुंबई इंडियन्स महिला टीम ने अपने पहले मैच में गुजरात जाइंट्स महिला टीम को बुरी तरह से हरा दिया था। इस वजह से मुंबई इंडियन्स के खिलाड़ियों का आत्मविश्वास चरम पर था। दूसरे मुकाबले के दौरान ये दिखा भी। इस मैच का आयोजन मुंबई के ब्रेबॉर्न स्टेडियम में किया गया था। वेस्ट इंडीज की महिला क्रिकेटर हेली मैथ्यू ने शानदार आलराउंड प्रदर्शन करते हुए अपने दम पर ही रॉयल चैलेंजर्स बंगलौर को हरा दिया। उनके इस प्रदर्शन के कारण हर तरफ उनकी चर्चा हो रही है।

24 वर्षीय हेली मैथ्यू जब बल्लेबाज़ी करने आई तब मुंबई इंडियन्स को बड़े शॉट्स की खास ज़रूरत नहीं थी। लेकिन वे बेखौफ अंदाज़ में अपना स्वभाविक खेल खेलती रही। उन्होंने कुल 38 गेंदों का सामना किया और कुल 77 महत्वपूर्ण रन अपने टीम के खाते में जोड़े। गेंद से भी हेली का जादू बरकरार रहा। उन्होंने अपने स्पेल में केवल 28 रन खर्चे और RCB के तीन बैटर्स को पवेलियन की राह दिखाई। इस बेहतरीन प्रदर्शन की वजह से हेली के नाम एक रिकॉर्ड दर्ज हो गया है।

बड़ी बात ये है कि जो रिकॉर्ड पहली बार मेन्स आईपीएल के चौथे साल में बना था वो महिला आईपीएल के पहले ही सीज़न में बन गया है। महिला आईपीएल में किसी भी क्रिकेटर ने एक ही मैच में 75+ का स्कोर और तीन विकेट नहीं लिए है। मेन्स आईपीएल में भी पंद्रह साल के इतिहास में ये कारनामा सिर्फ चार बार ही हुआ है।

Exit mobile version