Khawaja Moinuddin Chishti Dargah: 'इबादतगाह की मजहबी पहचान को खतरा!' ये पंक्ति आज सोशल मीडिया पर चर्चाओं का विषय है। इसका कारण है अजमेर सिविल कोर्ट (Ajmer Civil Court) का एक कदम।
Khawaja Moinuddin Chishti Dargah: सिविल जज मनमोहन चंदेल, ये नाम आज अजमेर के साथ राजस्थान के विभिन्न हिस्सों में सुर्खियां बटोर रहा है। दरअसल, अजमेर सिविल कोर्ट (Ajmer Civil Court) में जज मनमोहन चंदेल की बेंच ने ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती दरगाह से जुड़े एक याचिका पर सुनवाई करते हुए बड़ी बात कह दी है।