चैत्र नवरात्रि की शुरुआत 22 मार्च 2023 से हो रही है। सभी लोग माता रानी की भक्ति में लीन रहेंगे। वहीं कलश स्थापन के दिन कई सारे शुभ योग बन रहे हैं। मान्यताओं के अनुसार, इस शुभ योग में माता रानी की पूजा अर्चना करने से भक्तों के जीवन में आ रही सभी परेशानियों का अंत हो जाता है।
मान्यताओं के अनुसार, कालष्टमी की पूजा हर महीने की जाती है। इस दिन पूजा अर्चना करने से भक्तों के जीवन में किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं आती है। इसलिए सभी भक्तों को काल भैरव की पूजा इस शुभ निश्चित रूप से करनी चाहिए।
हर दिन देवी-देवताओं की पूजा अर्चना की जाती है। पूजा में अलग अलग चीजों का इस्तेमाल किया जाता है। वहीं भगवान को उनके मनपसंदीदा फूल को अर्पित करने से देवी-देवताओं की कृपा भक्तों पर बनी रहती है।