Atiq Ahmed: अतीक अहमद भले ही अतीत हो चुके हैं पर उनके परिवार की मुश्किलें लगातार बढ़ती ही जा रही हैं। खबरों की माने तो अब अतीक के एक और बहनोई मोहम्मद अहमद को प्रयागराज की पूरामुफ्ती पुलिस ने रंगदारी मांगने के मामले में गिरफ्तार कर लिया है।
कुख्यात माफिया अतीक अहमद के 4 दशक पुराने आतंक का अंत हो चुका है। जिस तरह उसके गुर्गों ने दिन दहाड़े विधायक राजू पाल तथा उसकी हत्या के गवाह वकील उमेश पाल की दिन दहाड़े की थी। उसी तरह अब उसके गुर्गों की दरिंदगी के काले चिट्ठे के रूप में 16 साल पुराने मदरसा रेप कांड की यादें ताजा हो गईं हैं।
अतीक अहमद को उमेश पाल अपहरण केस में उम्रकैद की सजा के बाद अब अतीक और उसके बेटे उमर के खिलाफ एक और अपहरण केस में आरोप तय हो गए हैं। 2018 में लखनऊ में हुए व्यापारी मोहित जायसवाल के अपहरण और उसके साथ मारपीट के मामले में सीबीआई कोर्ट ने कल 7 अप्रैल2023 को दोनों पिता- पुत्र पर आरोप तय कर दिए।
उमेशपाल अपहरण केस में सश्रम उम्रकैद की सजा पाया माफिया अतीक अहमद, अब साबरमती जेल में कैदी नंबर 17052 हो गया है। कुख्यात माफिया को जेल में भैंसों को नहलाना होगा, चारा खिलाना होगा,उनकी साफ-सफाई करनी होगी। जेल में झाड़ू लगाना होगा, बढ़ई का काम करना होगा।
अतीक अहमद को लेकर यूपी पुलिस और एसटीएफ की एक टीम गुजरात अहमदाबाद की साबरमती जेल से प्रयागराज रवाना हो गई है। कुख्यात माफिया अतीक को उदयपुर राजस्थान के रास्ते यूपी लाया जा रहा है।यूपी पुलिस और यूपी एसटीएफ की टीम जब कड़ीं सुरक्षा व्यवस्था के बीच साबरमती जेल से निकालकर कैदी वाहन में बिठा रही थी। तभी मौका पाकर मीडिया को देख उसने बयान दिया कि 'कोर्ट के कंधे पर रखकर मुझे मारना चाह रहे हैं'