केंद्र सरकार द्वारा पंजाब मंडी बोर्ड की ग्रामीण विकास निधि से दिए जाने वाली राशि को फिलहाल रोक देने से बड़े वित्तीय संकट में घिर गया है। चार अलग-अलग बैंकों से करीब 4650 करोड़ का कर्ज की इतनी बड़ी राशि के अनियोजित तरीके से खर्च करने के कारण मंडी बोर्ड किस्त को समय पर चुकाने में नाकाम हो गया।