सूडान में 4000 से भी ज्यादा भारतीय रहते हैं। इस तरह पैरामिलिट्री और सेना के बीच जंग में भारतीयों पर भी खतरा मंडराता रहा है। भारतीयों पर मंडराते खतरे को देखते हुए सुडान में फंसे भारतीयों को रेस्क्यू किया जा रहा है। इसी कड़ी सूडान में फंसे भारतीयों का पांचवा बैच आईएनएस तेग ने सूडान से 297 यात्रियों को लेकर रवाना हुआ।
सूडान में छिड़े भीषण गृहयुद्ध के बीच फंसे हजारों भारतीय नागरिकों को निकालने के प्रयास शुरू कर दिए हैं। इसी प्रक्रार राज्य सरकारों ने भी अपनी तरफ ले कुछ आपातकालीन कदम उठाए हैं। इसी सिलसिले में एमपी की शिवराज सरकार ने भी एक हेल्पलाइन नंबर जारी कर दी है।