यूपी के निकाय चुनावों को लेकर भाजपा ने एक बड़ा एलान कर दिया है। पार्टी इन निकाय चुनावों में किसी भी सांसद,मंत्री तथा विधायक के संबंधियों को टिकट नहीं देगी। कल सोमवार 10 अप्रैल 2010 को सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपने सरकारी आवास पर हुई एक बैठक में इस बात का फैसला लिया है।
समाजवादी पार्टी की मेरठ नगर निगम का प्रत्याशी तय करने में पसीने छूट गए हैं। वजह है दो दो मजबूत दावेदार अपनी अपनी पत्नी के लिए टिकट को लेकर पार्टी में आमने सामने आ गए हैं। तो दूसरी ओर मायावती ने अखिलेश की बैलट पेपर से वोटिंग कराने की मांग का समर्थन कर राजनीतिक हलचल मचा दी है
उत्तर प्रदेश में आज रविवार 9 अप्रैल 2023 को राज्य निर्वाचन आयोग के द्वारा निकाय चुनावों की तारीखों की घोषणा कर दी गई। प्रदेश के कुल 18 मंडलों में अगले महीने 2 चरणों 4 मई तथा 11 मई 2023 में मतदान होगा, जबकि निकाय चुनावों के नतीजे 13 मई 2023 को घोषित किए जाएंगे।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने यूपी निकाय चुनाव 2023 में ओबीसी आरक्षण लागू होने के बाद भाजपा के खिलाफ गठबंधन बनाकर चुनाव में उतरने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि नगर निकाय चुनावों में सपा अपने सहयोगियों के साथ बात कर चुनाव लड़ने की रणनीति तैयार करेगी।
हाल ही में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद यूपी के निकाय चुनावों में ओबीसी आरक्षण के साथ चुनाव होने जा रहे हैं। इस बार नई आरक्षण नीति लागू होने के कारण कई निकायों के अध्यक्ष पद से लेकर वार्ड पार्षदों के भी समीकरण बदल दिए हैं। इसका असर राजनीतिक दलों की चुनावी रणनीतियों पर भी व्यापक रूप से पड़ा है।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद ओबीसी आरक्षण के उत्तर प्रदेश निकाय चुनावों में लागू होने की वजह से बीजेपी ने अपनी चुनाव रणनीति में बदलाव कर दिया है। इसके तहत अब पहले से तय किए गए अपने कई चुनाव प्रभारी बनाए गए मंत्रियों के नगर निगम बदल दिए हैं।