Monday, December 23, 2024
HomeटेकAeolus Satellite: धरती पर गिरने वाली है 1360 किलोग्राम की आफत! क्या...

Aeolus Satellite: धरती पर गिरने वाली है 1360 किलोग्राम की आफत! क्या है यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी का मिशन ‘एओलस’?

Date:

Related stories

Aeolus Satellite: पृथ्‍वी पर 1360 किलोग्राम का खतरा मंडरा रहा है। रिपोर्टों के अनुसार एक सैटेलाइट हमारे ग्रह के वायुमंडल में गिरने वाला है। इसका नाम आयोलस (Aeolus) है, जिसे यूरोपीय स्‍पेस एजेंसी (ESA) ने अगस्त 2018 में लॉन्‍च किया था।

इस सैटेलाइट को अर्थ एक्‍स्‍प्‍लोरर सर्च मिशन के रूप में लॉन्च किया गया था। ESA के सामने सबसे बड़ी चुनौती सैटेलाइट को सुरक्षित तरीके से पृथ्‍वी पर गिराना है, ताकि जानमाल का कोई नुकसान ना हो। अब ये सब कैसे होगा, आइए जानते हैं। 

क्या है मिशन ‘एओलस’?

एजेंसी का यह पहला ऐसा मिशन है जब बेकार हो चुके उपग्रह एओलस को वापस धरती पर भेजा रहा है। यह मिशन धरती पर उपग्रहों की वापसी का रास्‍ता खोल सकता है, जिनकी वापसी अब तक मुश्किल होती थी। अब ESA का सैटेलाइट 320 किलोमीटर की दूरी से धरती पर गिरेगा। 19 जून को अपना मिशन पूरा करने के बाद यह सैटेलाइट धरती की तरफ आ रहा है।

28 जुलाई को धरती पर आएगा सैटेलाइट

24 जुलाई को जैसे ही यह 280 किलोमीटर तक पहुंचा, ईएसए मिशन ऑपरेटरों ने इसे सुरक्षा के साथ धरती पर पहुंचाने के लिए कोशिशें शुरू की। रिपोर्ट के मुताबिक, 28 जुलाई को सैटेलाइट धरती पर पहुंचेगा। इस दौरान ऑपरेटर इसे गाइड करते हुए नीचे उतारेंगे।

अटलालिंक महासागर में गिरेगा सैटेलाइट

धरती पर उतरते समय कई सैटेलाइट जलने शुरू हो जाते हैं और ये टुकड़ों में बंटने लगते हैं। एजेंसी का कहना है, सब कुछ योजना के मुताबिक होता है तो किसी तरह का खतरा नहीं होगा। यूरोपियन स्‍पेस एजेंसी का कहना है कि इसे अटलांटिक महासागर में गिराया जाएगा क्‍योंकि इस हिस्‍से में इसकी विजिबिलिटी सबसे ज्‍यादा रहेगी।

5 साल पहले लॉन्‍च हुआ था 1360 KG का सैटेलाइट

एजेंसी का दावा है कि आमतौर पर गिरने वाले सैटेलाइट के मुकाबले इस तरह योजना बनाकर इन्‍हें गिराने से कई तरह के खतरों में कमी आती है। इस तरीके से जोखिम 42 गुना तक कम हो जाते हैं। 1360 किलोग्राम भार वाले एओलस सैटेलाइट को यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी ने 2018 में लॉन्‍च किया था। इसका लक्ष्‍य धरती और दूसरें ग्रहों के चारों तरफ घूमने वाली हवा की स्‍पीड को मापना था।यही वजह थी कि इसे मौसम की जानकारी देने वाले महत्‍वपूर्ण ग्रहों में से एक माना गया।

देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘DNP INDIA’ को अभी subscribe करें। आप हमें FACEBOOKINSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो कर सकते हैं।

Brijesh Chauhan
Brijesh Chauhanhttps://www.dnpindiahindi.in
बृजेश बीते 4 सालों से पत्रकारिता के क्षेत्र से जुड़े हुए हैं। इन्होंने हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से पत्रकारिता में M.A की पढ़ाई की है। यह कई बड़े संस्थान में बतौर कांटेक्ट एडिटर के तौर पर काम कर चुके हैं। फिलहाल बृजेश DNP India में बतौर कांटेक्ट एडिटर पॉलिटिकल और स्पोर्ट्स डेस्क पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं।

Latest stories