Monday, November 18, 2024
Homeटेकक्या AI भारत और अमेरिका के चुनावों में कर सकता है खेला?...

क्या AI भारत और अमेरिका के चुनावों में कर सकता है खेला? टेक दिग्गजों ने निपटने के लिए किया ये बड़ा काम

Date:

Related stories

Uttarakhand News: AI टेक्नोलॉजी को विकसित करने का रोड मैप तैयार, जानें मिशन को लेकर धामी सरकार की खास प्लानिंग

Uttarakhand News: उत्तराखंड में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में चल रही बीजेपी सरकार ने राज्य में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) को बढ़ावा देने का निर्णय लिया है। इसी क्रम में आज सीएम कैंप कार्यालय स्थित मुख्य सेवक सदन में AI पर आधारित एक सेमिनार का आयोजन किया गया है।

आश्चर्यजनक! इस खास AI App ने चंद मिनटों में ही हल कर दिया UPSC Prelims का पेपर, जानें डिटेल

UPSC Prelims 2024 padhAI App: तकनीक के इस बढ़ते दौर ने मानव जीवन को बेहद सरल बना दिया है। इसी क्रम में अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद से इंसान घंटे भर समय लगने वाले काम को मिनटों में ही निपटा ले रहा है।

AI: दुनिया में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (Artificial Intelligence) यानी एआई (AI) का प्रभाव काफी तेजी से बढ़ा है। ऐसे में एआई का अपना असर चुनावों पर भी डाल सकता है। दुनिया में लोकतांत्रिक प्रक्रिया में एआई का गलत इस्तेमाल हो सकता है।

यही वजह है कि विश्व की कई बड़ी कंपनियां एकसाथ आई है। इस संबंध में दुनिया की दिग्गज टेक कंपनियों ने एक समझौते पर हस्ताक्षर किए। साथ ही एआई के गलत उपयोग को रोकने के लिए सभी सावधानियों को अपनाने की बात कही।

AI का गलत उपयोग रोकने के लिए आगे आई ये कंपनियां

खबरों में दावा किया जा रहा है कि टेक कंपनियों ने सम्मेलन के दौरान चुनावों में एआई के जरिए मतदाताओं को गुमराह करने जैसे खतरे पर गहन विचार-विमर्श किया। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि म्यूनिख में हुए इस समझौते में Adobe, Amezon, Google, IBM, Meta, Microsoft, OpenAI, Tiktok और X समेत 12 कंपनियां शामिल हुई।

क्या है समझौते की जानकारी

इन 12 कंपनियों ने अपने समझौते में कहा है कि वह एक-दूसरे के साथ उन सभी तरीकों को साझा करेगी, जिनसे डीपफेक वायरल होता है। कंपनियों ने कहा कि वह इस दौरान तेज और अहम प्रक्रिया का पालन करेंगी।

  • समझौते के तहत सभी कंपनियां शैक्षिक, वृत्तचित्र, कलात्मक, व्यंग्यात्मक और राजनीतिक अभिव्यक्ति की सुरक्षा पर अधिक जोर देंगी।
  • साथ ही समझौते में ये भी कहा गया है कि ये सभी कंपनियां अपनी पारदर्शिता बनाए रखने के लिए अपनी नीतियों पर ज्यादा जोर देंगी। लोगों को इस संबंध में जागरुक करेंगी, ताकि वह एआई के जाल में फंसने से बच सकें।
  • सम्मेलन में सभी कंपनियों ने डीपफेक फोटो, वीडियो और ऑडियो पर रोक लगाने के लिए गहन नीतियों पर विचार किया गया।
  • चुनाव के दौरान राजनेताओं को खुद ही एआई का गलत इस्तेमाल न करने की जिम्मेदारी लेनी होगी।

AI कंटेंट पर लगाएंगे रोक

एआई का इस्तेमाल करके किसी की भी फर्जी फोटो, वीडियो और ऑडियो बनाई जा सकती है। ऐसे में देखने वाला इसकी पहचान नहीं कर पाएगा कि ये असली है या नकली। ऐसे में प्रमुख हस्तियों और राजनेताओं की पुरानी तस्वीरों और पुरानी आवाज का गलत उपयोग किया जा सकता है। ऐसे में इस पर लगाम लगाने के लिए संयुक्त रूप से सख्त कदम उठाने होंगे।

भारत समेत 50 देशों में होने हैं राष्ट्रीय चुनाव

चुनाव के दौरान मतदाताओं को एआई जेनरेटिड गलत जानकारी दी जा सकती है। साथ ही इस गलत जानकारी को सोशल मीडिया के जरिए प्रसारित किया जा सकता है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि आने वाले समय में भारत और अमेरिका समेत दुनिया के 50 देशों में राष्ट्रीय चुनाव होने वाले हैं। वहीं, पाकिस्तान, बांग्लादेश, ताइवान और इंडोनेशिया में राष्ट्रीय चुनाव पूर्ण हो चुके हैं।

देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘DNP INDIA’ को अभी subscribe करें। आप हमें FACEBOOKINSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो कर सकते हैं।   

Amit Mahajan
Amit Mahajanhttps://www.dnpindiahindi.in
अमित महाजन DNP India Hindi में कंटेंट राइटर की पोस्ट पर काम कर रहे हैं.अमित ने सिंघानिया विश्वविद्यालय से जर्नलिज्म में डिप्लोमा किया है. DNP India Hindi में वह राजनीति, बिजनेस, ऑटो और टेक बीट पर काफी समय से लिख रहे हैं. वह 3 सालों से कंटेंट की फील्ड में काम कर रहे हैं.

Latest stories