AI Regulation in India: गूगल के सार्वजनिक मामलों के उपाध्यक्ष मार्खम एरिकसन ने भारत को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। मार्खम एरिकसन ने कहा है कि आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस यानी एआई रेग्युलेशन में भारत एक ग्लोबल लीडर के तौर पर अहम भूमिका निभाएगा। उन्होंने कहा कि एआई के ग्लोबली नियमों को आगे बढ़ाते हुए भारत की भी अहम भूमिका होगी।
अमेरिका की तरह भारत की भूमिका
उन्होंने कहा कि एआई रेग्युलेशन को लेकर कमर्शियल इंटरनेट की शुरुआत के समय से मौजूदा नियमों में संशोधन करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि 90 के दशक में अमेरिका ने अहम भूमिक निभाई थी। इस उद्योग को डेवलेप होने के लिए इंटरनेट के प्रति सरल दृष्टिकोण रखना है। ऐसे में आज के समय में भारत इस सेक्टर में एक अहम भूमिका निभाएगा। आपको बता दें कि हाल ही में यूरोप में नए ई-कॉमर्स कानूनों को लागू किया गया है।
कौन सा एआई सबसे अच्छा
तकनीकी कानूनों के मामलों में एक ऑटोमेटिक सिस्टम और दूसरी तरफ हार्डकोर कानूनों में काफी अंतर है। वहीं, जब एआई की बात आती है तो कौन सा एआई मॉडल सबसे अच्छा काम करता है। उन्होंने कहा कि हम एआई इंटरएबिलिटी के लिए लगातार काम कर रहे हैं। एआई से तैयार की गई सभी जानकारियां धीरे-धीरे सिस्टम में आ रही हैं। जल्द ही यूजर्स इसे हासिल करने में सक्षम होंगे। इसे पहले से बेहतर जागरुकता के साथ पारदर्शिता लाई जाएगी। ये एक सिंथेटिक मीडिया होगा। ऐसे में इसमें कई देशों का रोल होगा।
एआई का ग्लोबल फ्रंटियर मॉडल
उन्होंने कहा कि हमने एक एआई का ग्लोबल फ्रंटियर मॉडल तैयार किया है। इसमें कई बड़ी लैंग्वेज कंपनियां शामिल हैं। इसमें गूगल, ओपनएआई, गूगल डीपमाइंड और अन्य के सहयोग से आईपी एड्रेस को सुरक्षित किया जाएगा।
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