Artificial Intelligence: एआई यानी (AI) आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (Artificial Intelligence) के उपयोग में लगातार इजाफा हो रहा है। एआई अपनी अद्भुत क्षमताओं के साथ कई क्षेत्रों को प्रभावित कर चुका है। एआई के इस्तेमाल ने एक तरफ लोगों के जीवन को आसान बना दिया है तो वहीं, कुछ लोगो के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। जी हां, आपने सही पढ़ा। दरअसल एआई की वजह से आंखों की कम रोशनी वाले और ब्लाइंड लोगों को एक नया जीवन मिल रहा है।
Artificial Intelligence बना वरदान
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ सिंगापुर एक खास एआई डिवाइस तैयार किया है। इस उपकरण का नाम AiSee रखा गया है। मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि इस डिवाइस की मदद से आंखों की कम रोशनी वाले और ब्लाइंड लोगों को चीजों को पहचानने में मदद मिल सकती है।
एआई डिवाइस करेगा ये काम
AiSee डिवाइस हेडफोन की तरह है, इसे आंखों की कम रोशनी वाले और ब्लाइंड लोग पहनकर उनकी कई परेशानियां खत्म हो सकती है। रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि इस डिवाइस में एक माइक्रो-कैमरा लगा है। ये डिवाइस पहनने वाले के सामने की स्थिति को समझता है। इसका सॉफ्टवेयर किसी भी टेक्स्ट, फोटो और लेबल की पहचान कर सकता है। ये डिवाइस क्लाउड बेस्ड एआई एल्गोरिदम का इस्तेमाल करके चीजों का विश्लेषण करता है।
डिवाइस के फीचर्स
AiSee डिवाइस में टेक्स्ट टू स्पीच, स्पीच टू टेक्स्ट फीचर है। इसी वजह से इस डिवाइस को पहनने के बाद यूजर कई सवाल पूछ सकता है। इसके अलावा जब भी कोई यूजर किसी सामान को हाथ में लेगा तो ये डिवाइस उसकी फोटो खींचकर उसकी डिटेल बताएगा। इससे यूजर को खरीदारी करने में आसानी हो जाएगी। बताया जा रहा है AiSee डिवाइस को तैयार करने के लिए बीपी डी सल्वा होल्डिंग्स कंपनी ने 92 लाख से अधिक रुपये दिए हैं।
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