Relative Fraud Scam: पिछले कुछ सालों में साइबर फ्रॉड के मामलों में काफी तेजी से बढ़ोतरी देखी जा रहा है। ठग नए – नए तरीकों से आम लोगों को धोखाधड़ी का शिकार बना रहे है। हालांकि सरकार समय- समय पर नए फ्रॉड को लेकर जागरूक करती रहती है फिर भी फ्रॉड के मामले बढ़ते जा रहे है। इसी बीच आज हम आपलोगों को एक और फ्रॉड के बारे में बताने जा रहे है जिसका नाम है रिलेटिव फ्रॉड स्कैम। चलिए आपको बताते है कि क्या होता है रिलेटिव फ्रॉड और इससे कैसे बचा जा सकता है।
क्या होता है रिलेटिव फ्रॉड स्कैम
आपको बता दें कि गुरूग्राम साइबर पुलिस ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर रिलेटिव फ्रॉड के बारे में जानकारी देते हुए लिखा कि
“घोटालेबाज आपको कॉल करते हैं और यह दावा करते हुए पैसे प्राप्त करने के लिए कहते हैं कि आपके पिता या किसी अन्य रिश्तेदार ने ऐसा करने के लिए कहा है, इसलिए वे आपको बताएंगे कि उन्होंने गलती से अतिरिक्त पैसे भेज दिए हैं और आपसे उन्हें वापस करने के लिए कहेंगे”।
रिलेटिव फ्रॉड स्कैम के उदाहरण
●रिलेटिव फ्रॉड स्कैम में अज्ञात नंबर से कॉल आता है जिसमे व्यक्ति कहता है कि आपके पिता या अन्य रिश्तेदार का उधार था और मैने गलती से ज्यादा पैसा आपको भेज दिया है। ठग आपको एक लिंक भेजता और और बाकी पैसे भेजने को कहेगा। ऐसे में जैसे ही आप उस लिंक पर क्लिक करेंगे तो आपका सारा पैसा गायब हो जाएगा।
●इसके अलावा ठग पुलिस अधिकारी बनकर कॉल करते है और वह दावा करते है कि उन्होंने आपके परिवार के किसी सदस्य को गिरफ्तार कर लिया है और उन्होंन छोड़ने के लिए वह पैसा मांगते है।
ऐसे करें बचाव
●आपको हमेशा रिश्तेदार की पहचान की पुष्टि करने के लिए, उनकी ज्ञात संपर्क जानकारी का उपयोग करके सीधे उनसे संपर्क करना चाहिए।
●यदि कोई अज्ञात कॉल करने वाला कोई अत्यावश्यक अनुरोध करता है, तो पैसे भेजने से पहले प्रतीक्षा करें। और संबंधित व्यक्ति से पहले बात करें कि किया उसने पैसे भेजने के लिए कहा हा या नहीं।
●आपके सामने आने वाली किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत अधिकारियों को देने के लिए 1930 पर कॉल करें।
1930 पर कॉल कर तुरंत जानकारी दें
गुरुग्राम साइबर पुलिस द्वारा साइबर अपराधों की रिपोर्ट करने के महत्व पर जोर दिया गया है। नागरिक किसी भी संदिग्ध व्यवहार की रिपोर्ट कर सकते हैं और सीधे 1930 पर कॉल करके सहायता का अनुरोध कर सकते हैं। ऐसे मामलों में सक्रिय रहकर, आगे के मामलों को रोकने और जनता को ऑनलाइन धोखाधड़ी से बचाया जा सकता है। लोग सतर्क रहकर और कुछ सुरक्षा उपायों का उपयोग करके सापेक्ष घोटालों और अन्य साइबर धोखाधड़ी से खुद को बचा सकते हैं।