ChatGPT: दुनिया में लगातार नई-नई तकनीक पर काम चल रहा है। नई तकनीक की वजह से लोगों की जिंदगी काफी आसान हो रही है। साथ ही इस वजह से तकनीक की दुनिया में एक अलग क्रांति लाई जा रही है। ऐसे में पिछले कुछ समय से ChatGPT चर्चा का विषय बना हुआ है। इस तकनीक को इसलिए खास समझा रहा है, क्योंकि ये बिल्कुल इंसानों की तरह ही जवाब देता है। साथ ही ये इस बात का भी अंदाजा लगा सकता है कि आपका अगला सवाल क्या होगा।
AI पर आधारित है ChatGPT
आपको बता दें कि आर्टिफिशिल इंटेलीजेंस AI पर आधारित इस तकनीक को नवंबर 2022 में पेश किया गया था। ChatGPT रियल टाइम में ईमेल, निबंध और कविता भी लिख सकता है। इसके साथ ही ये लोगों के लाइव सवालों के जवाब भी दे सकता है। इस तकनीक काफी कम समय ही सबको हैरान कर दिया है। ChatGPT अपनी शुरुआत के साथ ही शिक्षा के लिए एक बड़ा खतरा बन रहा है, क्योंकि ये रियल टाइम में इंसानों की तरह ही उत्तर बता सकता है। ऐसे में इसके जवाब इंसानों से इतने मिलते हैं कि दोनों में अंतर कर पाना मुश्किल हो गया है।
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जानिए क्या है GPTZero
मगर इस अंतर को एक टूल है, जो इसे पहचान सकता है कि उत्तर का जवाब इंसान ने दिया है या फिर एआई ChatGPT ने। इसका नाम है GPTZero, जी हां, GPTZero एक ऐसा ही टूल है, जो ChatGPT के द्वारा दिए गए जवाबों की पहचान कर सकता है। इसे टूल डिडक्शन ऐप कहा जा रहा है। इस टूल को प्रिंसटन यूनिवर्सिटी के 22 साल के Edward Tian ने तैयार किया है। ये ऐप टीचर्स के लिए एकदम मुफ्त है। Edward Tian ने ये बताया है कि ChatGPT को धोखा देने से रोकने के लिए इसका कैसे इस्तेमाल करना है। एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि इस ऐप में अब तक 20 हजार से अधिक शिक्षकों ने GPTZero में साइनअप कर लिया है।
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