Cyber Fraud: तकनीक में लगातार आ रहा है बदलाव और इसमें हो रहा है विस्तार लोगों के लिए काफी फायदेमंद साबित हो रहा है। ऐसे में जहां एक ओर इसका फायदा है वहीं, दूसरी ओर इसके अपने नुकसान भी हैं। अब कई कामों में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस एआई का इस्तेमाल किया जा रहा है। एआई का बढ़ता उपयोग लोगों के लिए खतरनाक भी साबित हो रहा है। दरअसल साइबर ठगी (Cyber Fraud) के कई मामले सामने आ चुके हैं। मगर अब साइबर ठग लोगों के साथ धोखेबाजी करने का अलग तरीका आजमा रहे हैं।
साइबर दोस्त ने बताया ठगी से कैसे बचें
ऐसे में एक्स (पहले ट्विटर) पर साइबर दोस्त ने लिखा, ‘अशोक कुमार समझाते हैं कैसे साइबर ठग फोन पर बात करने के दौरान AI के माध्यम से आवाज की हूबहू काँपी करते हैं। ध्यान रखें! इस तरह का फोन आए तो कॉल काट के खुद फोन लगाइए और अगर उस पर निजी जानकारी या पैसे मांगें जाए तो पहले पहचान की पुष्टि जरूर करें।‘
उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने साइबर ठगी से बचने का तरीका बताया है। उन्होंने साइबर ठग से वॉयस क्लोनिंग तकनीक के जरिए कैसे ठग लोगों को ठगते हैं, इसकी जानकारी दी है। धोखेबाजी से बचने के इस नए तरीके से बचने के लिए उन्होंने कहा है कि आप हेल्पलाइन नंबर 1930 से सहायता ले सकते हैं।
वीडियो शेयर कर दी जानकारी
साइबर दोस्त द्वारा शेयर की गई वीडियो में बताया गया है कि किसी भी अनजान नंबर से कॉल आएं तो आपको उसे काटकर खुद ही फिर से फोन मिलाना है, इसके बाद वह अगर आपसे कोई भी निजी जानकारी मांगे या फिर पैसे मांग तो आपको फौरन हेल्पलाइन नंबर 1930 पर इसकी शिकायत दर्ज करनी है। हालांकि, आपको पहचान की पुष्टि जरूर करनी है।
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