Dark Web Report: यूजर्स की सिक्योरिटी को लेकर गूगल काफी सख्त है। यही वजह है समय-समय पर ये कुछ ऐसे फीचर्स भी रोलआउट करता है। जो यूजर्स के लिए काफी फायदेमंद साबित होते हैं। हाल ही में गूगल का डार्क वेब फीचर लाइव हो गया है। इसे दुनिया के कई देशों के यूजर्स के लिए रोलआउट कर दिया गया है। ऐसे में लोगों के जेहन में सवाल आ रहा है कि आखिर ये डार्क वेब फीचर क्या है और कैसे काम करता है। हम यहां आपको इसी से जुड़े सभी सवालों के जवाब देने वाले हैं।
क्या है डार्क वेब फीचर?
डार्क वेब फीचर गूगल की तरफ से सिक्योरिटी को ध्यान में रखते हुए पेश किया गया है। इसके जरिये कोई भी यूजर ये पता लगा सकता है कि उसकी निजी जानकारी कहीं लीक हुई या नहीं। अगर आपकी किसी भी तरह की जानकारी लीक होती है तो आप उसके बारे में यहां से पता कर सकते हैं। इस जानकारी में नाम,एड्रेस,फोन नंबर, ईमेल और सोशल सिक्योरिटी नंबर (SSN) शामिल होता है।
कैसे यूज करें डार्क वेब फीचर
इस फीचर को इस्तेमाल करने के लिए आपको ज्यादा तामझाम नहीं फॉलो करना होता है बल्कि कुछ स्टेप्स के जरिये इसे आसानी से ऑन किया जा सकता है।
- गूगल ऐप का लेटेस्ट वर्जन इंस्टॉल कर लेना है और सुनिश्चित कर लें कि उसमें मेल आईडी लॉगिन हो।
- इस स्टेप में प्रोफाइल वाले आईकन पर टैप करना है। यहां डॉर्क वेब रिपोर्ट पर क्लिक कर देना है।
- इसके बाद रन स्कैन का ऑप्शन आएगा। जिस पर क्लिक करेंगे तो ये स्कैनिंग कुछ सेकंड का वक्त लेगा। इसके बाद दिखा देगा कि आपके अकाउंट की क्या स्थिति है।
- अगर स्कैन होने के बाद कुछ जानकारी सामने आती है तो गूगल की तरफ से पासवर्ड को रिसेट करने का ऑप्शन दिया जाता है। यहां से पासवर्ड बदल सकते हैं।
देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘DNP INDIA’ को अभी subscribe करें। आप हमें FACEBOOK, INSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो कर सकते हैं।