Google Chrome: गूगल क्रोम एक ऐसा वेब ब्राउज़र है जिसका इस्तेमाल देश के ज्यादातर लोग करते हैं। हालाकि बढ़ते तकनीक के साथ लोगों के सामने कई तरह की चुनौतियां भी आ गई हैं जिससे बचने के लिए विभिन्न उपाय करने पड़ रहे हैं। ताजा जानकारी के अनुसार भारत सरकार की कंप्यूटर आपातकालीन प्रतिक्रिया टीम (CERT-IN) ने यूजर्स के लिए क्रोम से संबंधित नई एडवाइजरी जारी की है। इसके तहत उच्च जोखिम वाले क्रोम को अपडेट करने की बात कही गई है जिससे हैकर्स के प्रहार से बचा जा सके। वहीं निजी जानकारी को बचाने के लिए भी इसका अपडेट होना बेहद जरुरी है।
CERT-IN का दावा
भारत सरकार की कंप्यूटर आपातकालीन प्रतिक्रिया टीम (CERT-IN) ने इस संबंध में यूजर्स को सतर्क किया है। दावा किया जा रहा है कि सॉफ़्टवेयर को अपडेट करने के किसी भी तरह की विफलता यूजर्स के सुरक्षा मानकों पर खतरा ला सकती है। पुराने पड़े सॉफ़्टवेयर को हैकर्स आसानी से एक्सेस कर सिस्टम तक अपनी पहुंच बना लेते हैं। इससे यूजर्स के निजी जानकारी के साथ जरुरी डेटा की चोरी भी की जा सकती है। वहीं हैकर्स चाहें तो सिस्टम पर एक्सेस पाकर आसानी से मैलवेयर इंस्टॉल कर सकते हैं जिससे यूजर्स के वित्तिय नुकसान के साथ अन्य कई तरह के नुकसान हो सकते हैं।
ये यूजर्स हो सकते हैं प्रभावित
गूगल क्रोम के CVE-2023-5997 और CVE-2023-6112 संस्करणों में खामियां सामने आई हैं। ऐसे में विंडोज़ से लेकर मैक या लिनक्स के क्रोम यूजर्स इससे प्रभावित हो सकते हैं। एजेंसी का दावा है कि क्रोम के इन वर्जन पर हैकर्स मनमाना कोड निष्पादित कर सकते हैं जिससे यूजर्स को नुकसान पहुंच सकता है।
अपनाएं ये विकल्प
गूगल क्रोम क यूजर्स को हैकर्स या फिर अन्य किसी भी तरह के तकनीक नुकसान से बचने के लिए क्रोम को नवीनतम संस्करण में अपडेट करना होगा। इससे क्रोम का नया संस्करण आपके सिस्टम में एक्टिव होगा और हैकर्स के लिए इस अपडेटेड संस्करण पर एक्सेस पाना संभव नहीं होगा। इसके अलावा अपने सिस्टम में पड़े सभी तरह के निजी डेटा को भी सेक्योर कर लें जिससे डेटा संबंधी कोई नुकसान ना हो सके।
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