Microsoft Copilot: टेक इंडस्ट्री की दिग्गज कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ने एंड्रॉइड यूजर्स के लिए कोपायलट ऐप (Microsoft Copilot) लॉन्च किया है। आपको बता दें कि गूगल प्ले स्टोर की लिस्टिंग के मुताबिक, इसे 19 दिसंबर को अपडेट किया गया है। इसकी मदद से यूजर्स आसानी से माइक्रोसॉफ्ट एआई पावर्ड कोपायलट का उपयोग कर पाएंगे। ऐसे में अब यूजर्स को कोपायलट तक पहुंचने के लिए बिंग चैट ऐप को अलग से डाउनलोड नहीं करना होगा। हालांकि, अभी तक ये आईफोन यूजर्स के लिए उपलब्ध नहीं है।
Copilot ऐप में मिलेगी GPT-4 की सुविधा
आपकी जानकारी के लिए गूगल प्ले स्टोर पर ऐप के डिस्क्रिप्शन में लिखा है, “कोपायलट-अपने एआई-पावर्ड चैट असिस्टेंट के साथ अपनी प्रोडक्टिविटी में सुधार करें।” आपको बता दें कि कोपायलट ओपनएआई मॉडल जीपीटी-4 और डीएएलएल·ई 3 द्वारा नया एआई पावर्ड चैट असिस्टेंट है। ये एडवांस एआई तकनीकों की तेजी के साथ मुश्किल और सही रिएक्कशन्स देता है। साथ ही साधारण तरीके से लुभावने सीन बनाने की कैपेबिलिटी भी रखता है। ये यूजर्स को एक ही जगह पर चैट और क्रिएट का विकल्प देता है और ये मुफ्त में सर्विस देता है।
क्या कर सकता है Copilot ऐप
एंड्रॉइड यूजर्स के लिए Copilot ऐप काफी हद तक चैटजीपीटी की तरह ही है। ये यूजर्स को चैटबॉट की सुविधा देता है। इसमें DALL-E 3 के माध्यम से इमेज, ईमेल और दस्तावेजों के ड्रॉफ्ट नोट तैयार कर सकता है। यहां पर आपको बता दें कि ये ऐप यूजर्स को ओपनएआई के नए GPT-4 तक पहुंचने की लिमिट देता है। वहीं, चैटजीपीटी में इसके इस्तेमाल के लिए चार्ज देना पड़ता है।
Copilot ऐप में इस तरह से मिलेगा एक्सेस
मालूम हो कि माइक्रोसॉफ्ट ने बीते कुछ समय पहले ही ये घोषणा की थी कि वह अपने सभी कोपायलट प्रोडक्ट्स को मैनेज करने के लिए बिंग चैट और बिंग चैट एंटरप्राइज का नाम बदलकर कोपायलट करेगा। माइक्रोसॉफ्ट ने कहा है कि यूजर्स आसानी से माइक्रोसॉफ्ट की एंट्री आईडी से साइनअप करने के बाद कोपायलट की सभी सर्विस तक पहुंच सकते हैं।
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