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Phishing Fraud Alert: रहें सतर्क! अनजाने में भी न करें ये भूल, वरना छूमंतर हो जाएगी मेहनत की सारी कमाई! जानें बचने के टिप्स

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Phishing Fraud Alert
Phishing Fraud Alert

Phishing Fraud Alert: इंटरनेट की बढ़ती पहुंच ने कई तरह के कामों को आसान बना दिया है। इसमें तकनीक का विकास और अहम भूमिका निभा रहा है। ऐसे में जहां लोगों का काम आसान हो रहा है। वहीं, दूसरी तरफ कई तरह के धोखेबाजी भी सामने आ रही है। बीते कई दिनों में फिशिंग धोखाधड़ी (Phishing Fraud) से जुड़े कई मामले आ चुके हैं। इस खबर में जानिए क्या है फिशिंग धोखाधड़ी अलर्ट (Phishing Fraud Alert)।

Phishing Fraud Alert: क्या है फिशिंग धोखाधड़ी

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि फिशिंग धोखाधड़ी एक तरह का साइबर अटैक है। फिशिंग अटैक आमतौर पर लोगों की पर्सनल जानकारी जैसे- बैकिंग डिटेल, पासवर्ड, आधार कार्ड नंबर, क्रेडिट कार्ड नंबर, लॉगइन डिटेल आदि को चुराने के लिए किया जाता है।

कैसे होती है Phishing Fraud

फिशिंग धोखाधड़ी करने वाले ठग इस तरह से अपना काम करते हैं कि आम लोग उनपर आसानी से विश्वास कर लेते हैं। फिशिंग धोखाधड़ी में फंसाने के लिए वे ईमेल, मैसेज और फोन कॉल का सहारा ले सकते हैं। इसके बाद आपको ऐसा लगेगा कि ये ईमेल, मैसेज या कॉल किसी दोस्त, सरकारी एजेंसी या किसी कंपनी से आया है। फिशिंग धोखाधड़ी में नकली तरीके से सबकुछ सेट किया जाता है।

इसके बाद अगर यूजर्स उस लिंक, ईमेल, मैसेज पर क्लिक करते हैं तो आपकी निजी जानकारी लीक हो सकती है। ऐसा करके आपका डेटा और कीमती पहचान भी चोरी हो सकती है। वहीं, कुछ ठग कॉल के जरिए भी लोगों को फिशिंग का शिकार बनाते हैं।

मैलवेयर का होता है इस्तेमाल

फिशिंग धोखाधड़ी में जालसाज अक्सर लोगों से किसी लिंक, ईमेल या मैसेज पर क्लिक करने के लिए कहते हैं। इन फर्जी लिंक या ईमेल पर मैलवेयर भी जुड़े हुए होते हैं। ऐसे में मैलवेयर आपके फोन या इस्तेमाल हो रहे डिवाइस में अपने आप इंस्टाल हो जाते हैं। इसके बाद आप कुछ भी टाइप करेंगे तो इसकी जानकारी साइबर अपराधी के पास पहुंच जाती है। इस तरह से आपका डिवाइस हैक कर लिया जाता है।

Phishing Fraud Alert: बचने के टिप्स

  • फिशिंग फ्रॉड से बचने के लिए आपको किसी भी संदिग्ध लिंक, ईमेल और मैसेज पर क्लिक नहीं करना है। किसी अनजान व्यक्ति द्वारा भेजे गए लिंक, ईमेल और मैसेज पर क्लिक करने की बजाय खुद ही उसकी असली वेबसाइट पर जाएं।
  • फिशिंग फ्रॉड से बचाने में टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन काफी काम आ सकता है। इसे अपने डिवाइस पर ऑन रखें। ये आपके डिवाइस को हैक होने से बचा सकता है।
  • किसी भी अवैध वेबसाइट से कोई ऐप या कोई फाइल डाउनलोड न करें। हमेशा इसका ध्यान रखें कि किसी भी सुरक्षित वेबसाइट का URL HTTPS से शुरू होता है। अगर ये नहीं दिखाई दे रहा है तो उस पर न जाएं। किसी भी वेबसाइट के साथ अपनी जानकारी साझा न करें।
  • फिशिंग अटैक से बचने के लिए अपने डिवाइस में एंटीवायरस या फॉयरवॉल को इंस्टॉल करें। ये आपके डिवाइस को सुरक्षित रखने में मदद करता है।

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