Car Number Plate: आपने लोगों को गाडियों की नंबर प्लेट में बदलाव करवाते हुए देखा होगा और कई लोग अपने वाहन की नंबर प्लेट में कुछ ऐसे डिजाइन लगवाते हैं जो दिखने में काफी ज्यादा फनी लगते हैं। कई बार नंबर प्लेट पर आपने किसी की जाति, नाम या उसके काम से संबधित जानकारी को लिखा हुआ देखा होगा। इस तरह की चीजों का नंबर प्लेट पर लिखवाने का कारण अपने रौब या वैभव को दिखाने का प्रयास करना होता है। लेकिन एक स्टडी में पाया गया है कि ऐसे नंबर प्लेट्स को अपने वाहन पर लगवाने वाले गाड़ियों मालिकों का IQ (Intelligence Quotient) यानी कि बौद्धिक क्षमता काफी कम होती है।
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रिसर्च में सामने आई जानकारी
दरअसल ब्रिटेन की एक स्क्रैप कार कंपेरिजन ने 2000 वाहन चालकों पर इंटेलीजेंस कोशेंट (IQ) का एक टेस्ट किया जिनमें इन सभी चालकों को दो भागों में बांट दिया। इसके पहले समूह में ऐसे लोग शामिल किए गए जिनके कारों में फैंसी या डिजाइन वाली फैंसी लाइसेंस प्लेट थी। वहीं दूसरे समूह में उन वाहन मालिकों को लिया गया जिनकी गाड़ियों में साधारण नंबर प्लेट्स का इस्तेमाल किया था। इस शोध में फैंसी लाइसेंस प्लेट वाले ड्राइवरों की IQ कम पाया गया और इनका आईक्यू स्कोर 91.95 था। जबकि बिना पर्सनलाइज्ड या बिना फैन्सी नंबर प्लेट वाले लोगों का IQ स्कोर 94.15 था।
भारत में नंबर प्लेट को लेकर है यह नियम
भारत में लाइसेंस प्लेट को में नंबर प्लेट कहा जाता है और ये नंबर प्लेट सभी मोटर वाहनों के आगे और पीछे की तरफ लगाई जाती है। इसके अलावा नंबर प्लेट इस पर कोई जाती सूचक, नाम, व्यवसाय और किसी कम्युनिटी से संबधित चीजों को लिखना बैन है। अथवा ऐसी नंबर प्लेट पर वाहन मालिक को चालान भी देना पड़ सकता है।
लाइसेंस प्लेट के साइज को लेकर भी है नियम
देश में वाहन के रजिस्ट्रेशन प्लेट के साइज को लेकर भी नियम हैं। जिसमें दोपहिया और तिपहिया वाहन की नंबर प्लेट का साइज 200×100 मिमी होता है। वहीं हल्के मोटर वाहन और कार के लिए 340×200 मिमी या 500×120 मिमी साइज की नंबर प्लेट गाड़ी पर लगी होनी चाहिए। मध्यम/भारी वाणिज्यिक वाहनों पर 340×200 मिमी की नंबर प्लेट होनी चाहिए।
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