Friday, November 22, 2024
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Chandrayaan-3: क्या चांद पर आया था भूकंप ? इन अजीबो गरीब गतिविधियों को देख ISRO हुआ दंग, जानिए क्या है नया अपडेट

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Bhagwant Mann: पंजाब में आज एक बड़ा राजनीतिक घटनाक्रम देखने को मिला है। विधानसभा उपचुनाव के लिए संपन्न हुए मतदान के बाद मुख्यमंत्री भगवंत मान (CM Bhagwant Mann) ने आज बड़ा ऐलान किया है।

Bhagwant Mann सरकार की नीतियों से निवेश को मिली रफ्तार! जानें ग्रीनफील्ड यूनिट की स्थापना से युवाओं को कैसे मिलेगा लाभ?

Bhagwant Mann: भगवंत मान सरकार की नीतियां पंजाब के युवाओं के लिए बेहद कारगिर साबित हो रही हैं। इन्हीं नीतियों के सहारे राज्य में निवेश को लगातार रफ्तार मिल रही है। ताजा जानकारी के अनुसार वर्धमान स्पेशल स्टील्स लिमिटेड ने पंजाब (Punjab) में निवेश को लेकर एक बड़ा ऐलान किया गया है।

Chandrayaan-3: भारत का मून मिशन चंद्रयान-3 तेजी से प्रगति कर रहा है। चांद की सतह पर प्रज्ञान रोवर लगातार अपनी रिसर्च जारी रखे हुए हैं। अब तक रोवर चांद और वहां के वातावरण से जुड़ी कई अहम जानकारियां वैज्ञानिकों तक पहुंच चुका है। इसी बीच प्रज्ञान रोवर ने चांद की सतह पर कुछ अजीबो गरीब गतिविधियों दर्ज की हैं। जिसे देख ISRO वैज्ञानिक भी दंग रह गए। फिलहाल वैज्ञानिकों में इसकी चर्चा का दौर जारी है। ISRO इन गतिविधियों की जांच कर रहा है।

क्या चांद पर आया था भूकंप ?

दरअसल, 25 और 26 अगस्त को चंद्रयान-3 के लैंडर पर लगे पेलोड पर कुछ अजीब गतिविधियां दर्ज हुईं। ISRO ने बताया कि चंद्रयान-3 के लैंडर चंद्र भूकंपीय गतिविधियों (आईएलएसए) को दर्ज करने के लिए एक पेलोड उपकरण लगाया गया है, जो रोवर और अन्य पेलोड की गतिविधियों को रिकॉर्ड करता है।

ISRO के अनुसार, चंद्रमा पर भेजे गए इस पहले माइक्रो इलेक्ट्रो मैकेनिकल सिस्टम (एमईएमएस) ने 26 अगस्त, 2023 को एक प्राकृतिक प्रतीत होने वाली घटना को रिकॉर्ड किया है। इस घटना के स्रोत की जांच की जा रही है।

चांद की सतह पर महसूल हुई थी कंपन

ISRO ने बताया कि ILSA चंद्रमा की सतह के कंपन से जुड़ी गतिविधियों पर नजर रखता है। यह सभी प्रकार के कंपनों को लॉग करता है, जिनमें प्राकृतिक भूकंप, प्रभाव और मानव निर्मित गतिविधियों के कारण होने वाले कंपन भी शामिल हैं। बेंगलुरु स्थित ISRO सुविधा, इलेक्ट्रो ऑप्टिक्स सिस्टम प्रयोगशाला (एलईओएस) ने आईएलएसएस पेलोड को विकसित किया है। जबकि, इसे चंद्रयान-3 में स्थापित करने का काम यूआर राव सैटेलाइट सेंटर के वैज्ञानिकों ने पूरा किया था।

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Brijesh Chauhan
Brijesh Chauhanhttps://www.dnpindiahindi.in
बृजेश बीते 4 सालों से पत्रकारिता के क्षेत्र से जुड़े हुए हैं। इन्होंने हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से पत्रकारिता में M.A की पढ़ाई की है। यह कई बड़े संस्थान में बतौर कांटेक्ट एडिटर के तौर पर काम कर चुके हैं। फिलहाल बृजेश DNP India में बतौर कांटेक्ट एडिटर पॉलिटिकल और स्पोर्ट्स डेस्क पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं।

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