Rajnath Singh: Diwali के अवसर पर भारत के रक्षा मंत्री Rajnath Singh ने India China LAC विवाद अपने प्रतिक्रिया दी है। आपको बता दें कि राजनाथ सिंह असम के तेजपुर में बॉब खथिंग संग्रहालय के उद्घाटन समारोह में उन्होंने भारत-चीन सीम विवाद पर अपनी बात खुलकर रखी।
Rajnath Singh ने भारत- चीन एलएसी विवाद पर दी प्रतिक्रिया
बॉब खथिंग संग्रहालय के उद्घाटन समारोह के बाद रक्षा मंत्री ने कहा कि “एलएसी पर कुछ इलाकों में टकराव को सुलझाने के लिए भारत और चीन के बीच कूटनीतिक और सैन्य दोनों स्तरों पर बातचीत हुई है। हालिया बातचीत के बाद जमीनी स्थिति बहाल करने पर व्यापक सहमति बनी है। यह सहमति समान और पारस्परिक सुरक्षा के आधार पर विकसित हुई है। सर्वसम्मति में पारंपरिक क्षेत्रों में गश्त और चराई के अधिकार भी शामिल हैं।
इसी सहमति के आधार पर डिसइंगेजमेंट की प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है। हमारी कोशिश इस मामले को डिसएंगेजमेंट से आगे बढ़ाने की होगी, लेकिन इसके लिए हमें थोड़ा और इंतजार करना होगा।”
इस देश में कई भाषाएं मौजूद
रक्षा मंत्री Rajnath Singh ने कहा कि, ”दुनिया में जब भी भारत का नाम लिया जाता है तो ‘अनेकता में एकता’ भी कहते हैं। इस देश में कई भाषाएं, संस्कृतियां और धर्म मौजूद हैं। जिस तरह की एकता हमें देखने को मिलती है भारत में अद्भुत है। हमारा प्रयास इस विशेषता को बनाए रखने का होना चाहिए। पीएम मोदी के नेतृत्व में हमारी सरकार ने पूर्वोत्तर के आर्थिक और ढांचागत विकास पर विशेष ध्यान दिया है।”
आम सहमति के जरिए इस शांति प्रक्रिया को जारी रखना चाहते हैं
Rajnath Singh ने भारत चीन रिश्तों पर जोर देते हुए कहा कि “हम आम सहमति के जरिए इस शांति प्रक्रिया को जारी रखना चाहते हैं। हमारे पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने कहा था कि हम दोस्त बदल सकते हैं, लेकिन पड़ोसी नहीं। हम अपने पड़ोसियों के साथ अच्छे संबंध बनाए रखना चाहते हैं और यह भारत की स्पष्ट नीति है”। मालूम हो कि गलवान झड़प के बाद दोनों देशों के बीच काफी तनाव बढ़ गया था। वहीं अभी हाल ही में ब्रिक्स सम्मेलन में 5 साल बाद पीएम मोदी और शी जिंपिंग की मुलाकात हुई थी। हालांकि अब देखना होगा कि आने वाले समय क्या दोनों देशों के रिश्तों में सुधार आता है या नहीं।