Ayodhya Viral Video: सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से प्रसारित हो रहा है जिसमें सुरक्षाकर्मी को कलावा पहने कर्मचारी की प्रवेश पर रोक लगाते देखा जा सकता है। जानकारी के मुताबिक ये वायरल वीडियो उत्तर प्रदेश में सरयू नदी के तट पर बसी अयोध्या (राम नगरी) का है। अयोध्या (Ayodhya) में स्थित Coca-Cola फैक्ट्री में कलावा बांधने वाले कर्मचारी के हाथ से कलावा काटते देखा जा सकता है। सुरक्षा में तैनात कर्मी ने दावा किया कि पेय पदार्थ को दूषित होने से बचाने के लिए ऐसा कदम उठाया गया है। हालाकि इस वीडियो के वायरल होने के बाद जमकर सुर्खियां बन रही हैं और लोग इसे सनातन संस्कृति पर प्रहार बता रहे हैं। (Ayodhya Viral Video)
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
जानकारी के मुताबिक अयोध्या (Ayodhya) के पूरा कलंदर थाना क्षेत्र में स्थित कोका-कोला कंपनी में कार्यरत एक कर्मचारी कलावा पहन कर अंदर जा रहा था। इसी दौरान सुरक्षा में तैनात कर्मी ने उसे रोका और नियम का हवाला देकर कलावा काटने लगा। इस दौराप टेबल पर ढेर सारे कलावा देखे जा सकते हैं जिन्हें अन्य कर्मचारियों के हाथ से काटा गया है। शख्स ने इस पूरा प्रकरण का वीडियो बनाया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। इस मामले को लेकर अब खूब सुर्खियां बन रही हैं और लोग जमकर इसकी आलोचना कर रहे हैं।
पुलिस ने लिया मामले का संज्ञान
अयोध्या के पूरा कलंदर थाना क्षेत्र में स्थित कोका-कोला फैक्ट्री में कार्यरत कर्मचारी के हाथ से कलावा काटने का मामला पुलिस के संज्ञान में भी आ गया है। पुलिस का कहना है कि “इस प्रकरण में कोका कोला के मैनेजर ने बताया है कि फैक्ट्री में काम करने वाले ड्राइवर द्वारा सिक्योरिटी गार्ड से आहत होकर ये वीडियो बनाया गया है। फैक्ट्री में सुरक्षा नियमों का पालन किया जाता है, जिसमें लैव में प्रवेश से पहले बाहरी वस्तुओं को उतारना आवश्यक है। कंपनी का कहना है कि इस मामले में सिक्योरिटी गार्ड को सस्पेंड कर दिया गया है। वहीं पूरा कलंदर के प्रभारी निरीक्षक ने वीडियो में दिख रहे शख्स से बात कर नियमानुसार कार्रवाई करने के लिए निर्देश दिए हैं।”
कलावा का महत्व
सनातन संस्कृति में कलावा का खास महत्व है। धार्मिक मान्यता है कि कलावा बांधने से ब्रह्मा और विष्णु की रक्षा प्राप्त होती है और इसीलिए इसे रक्षा सूत्र या मौली भी कहते हैं। कलावा बांधने मात्र से ही कारात्मक ऊर्जा और बुरी शक्तियों से बचाव, ग्रहों को मजबूती मिलना और जीवन के संकट टलना जैसी अच्छी चीजें होती हैं। यही वजह है कि प्रत्येक पूजा-पाठ के बाद मंत्रोच्चारण के साथ कलावा बांधा जाता है।