Burqa Ban: सोशल मीडिया पर आज फिर एक बार ‘बुर्का’ को लेकर चर्चा छिड़ी है। इसकी खास वजह है कि स्विटजरलैंड (Switzerland) द्वारा उठाया गया एक कदम। दरअसल, स्विटजरलैंड ने हिजाब या बुर्का (Burqa Ban) पहनने पर पूर्णत: प्रतिबंध लगा दिया है। बुर्के पर बैन 1 जनवरी 2025 से शुरू होगा।
स्विटजरलैंड के अलावा ईरान (Iran) में बुर्का को लेकर विवाद मचा था। इसकी चर्चा पाकिस्तान (Pakistan) में भी हो रही है। एक पाकिस्तानी युवति ने ‘बुर्का’ पर बेबाकी से अपनी बात रखी है जिसको लेकर खूब सुर्खियां बन रही हैं। वायरल वीडियो (Viral Video) में पाकिस्तानी युवती को भारत के संदर्भ में बात करते और कई तरह के गंभीर सवाल उठाते देखा जा सकता है।
Burqa Ban पर पाकिस्तानी युवती का पक्ष
‘रियल एंटरटेनमेंट टीवी’ नामक यूट्यूब चैनल से एक वीडियो जारी किया गया है। वीडियो पोस्ट में एक रिपोर्टर को ईरान में हिजाब के खिलाफ चल रहे प्रदर्शन पर लड़कियों का पक्ष सुनते देखा जा सकता है। रिपोर्टर के समक्ष एक युवति बेबाकी से अपनी बात रखती है और कहती है “क्या हिंदुस्तान की सभी लड़कियां अपनी मर्जी से पर्दा करती हैं? पर्दा करने से क्या होगा? क्या पर्दा करने के बाद लड़कियां सुरक्षित हैं? सारी जिम्मेदारी सरकार की नहीं होती है, समाज को भी जिम्मेदार बनना होगा और इस कल्चर को खत्म करना होगा। बुर्का (Burqa Ban) पाकिस्तान का कल्चर है भी नहीं। ये सऊदी अरब से 3-4 दशक पहले ही आया है।”
पाकिस्तानी युवति बेबाकी से कहती है कि “पाकिस्तान आईडेंटिटी क्राइसिस का शिकार है। हम कभी सऊदी अरब के साथ रहे तो कभी दूसरे देशों के साथ। मैं यहां खड़े लोगों के पूछना चाहती हूं कि क्या इनकी नानी या दादी बुर्का पहनती थीं? वो तो हरासमेंट का शिकार भी नहीं होती थी। क्या है? ऐसा क्या है इसमें जो इसे थोपा जा रहा है?”
ईरान में हिजाब के विरोध में महिलाओं का प्रदर्शन!
ईरान में हिजाब की अनिवार्यता को लेकर बीते दिनों महिलाओं द्वारा विरोध प्रदर्शन किया गया। 21वीं सदी में भी महिलाएं व्यक्तिगत अधिकार के लिए सड़क पर संघर्ष कर रही हैं। कथित तौर पर हिजाब को अनुचित तरीके से पहनने के कारण हिरासत में ली गईं महसा अमिनी की मौत के बाद ईरान का हिजाब प्रकरण सुर्खियों में है। देश-दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में सोशल एक्टिविस्ट या अन्य कई मंचों से लोग हिजाब की अनिवार्यता पर सवाल खड़ा करते नजर आते हैं।
भारत के परिपेक्ष्य में हिजाब को लेकर क्यों है चर्चा?
ईरान और स्विटजरलैंड में बुर्का (Burqa Ban) या हिजाब को लेकर चल रही कंट्रोवर्सी के बीच भारत के परिपेक्ष्य में इसको लेकर चर्चा हो रही है। भारत की बात करें तो यहां दो धड़ा है जो अपने-अपने तर्कानुसार हिजाब या बुर्के की पैरवी या इसका विरोध करता है। इस्लामी रुढ़ीवादी विचारधारा से जुड़ी शख्सियतें और मुस्लिम समुदाय से आने वाले कई राजनेताओं हिजाब की अनिवार्यता के पक्षधर नजर आते हैं। वहीं कई ऐसी महिलाएं और शिक्षित मुसलमान हैं निजता का हिस्सा बताते हैं। उनका मानना है कि युवति या महिलाएं अपनी इच्छानुसार बुर्का या हिजाब धारण कर या नहीं कर सकती हैं।