Viral Video: 22 जुलाई 2024 यानी सोमवार से ही पवित्र सावन महीने की शुरुआत हो रही है। इस दौरान देश के विभिन्न हिस्सों से भारी संख्या में कांवड़ यात्री अपने कंधे पर कांवड़ व गंगा जल लेकर विभिन्न शिवालयों में भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक करेंगे। देश के कुछ हिस्सों में तो बीते दो दिनों से ही कांवड़ यात्रा प्रारंभ हो चुकी है जिसमें नवयुवा अपने कंधे पर कांवड़ लेकर विभिन्न शिवालयों की ओर अग्रसर हो रहे हैं। कांवड़ यात्रा से जुड़ा कई वीडियो (Viral Video) भी सोशल मीडिया पर वायरल होना शुरू हो चुका है।
कांवड़ यात्रा प्रारंभ होने के साथ ही उत्तर प्रदेश का मुजफ्फरनजर जिला सुर्खियों में आ गया है। दरअसल सबसे पहले मुजफ्फरनगर प्रशासन की ओर से ही कांवड़ रूट वाली दुकानों पर नेमप्लेट लगाने के निर्देश दिए गए थे जिसके बाद में पूरे सूबे में लागू किया गया। माना गया कि इससे दो समुदायों के मध्य तनाव की स्थिति बढ़ेगी, हालाकि मुजफ्फरनगर में तवान के बीच से ही एक प्यार भरा पैगाम सामने आया है। दरअसल सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल है जिसमें कन्हैया और मुस्लिम समुदाय के युवक ‘असलम’ एक साथ कांवड़ यात्रा का हिस्सा बन रहे हैं।
कांवड़ यात्रा में शामिल हुए कन्हैया व असलम
कांवड़ यात्रा का जिक्र होते ही ज़हन में एक ही बात आती है और वो है हिंदुओं की धार्मिक व पवित्र यात्रा। लेकिन आपको ये जानकर हैरानी होगी कि कांवड़ यात्रा में मुस्लिम समुदाय का एक युवा भी शामिल हो रहा है और अपने साथी कन्हैया के साथ जलाभिषेक करने के लिए रवाना हो चुका है।
सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल है जिसमें कन्हैया और असलम को एक साथ कांवड़ यात्रा में शामिल होते देखा जा सकता है। इसकी क्लिप ‘न्यूज 24’ चैनल की ओर से जारी की गई है जिसमें रिपोर्टर ‘राजीव रंजन’ मुजफ्फरनगर की सड़कों पर जाकर कांवड़ियों से बात कर रहे हैं और शहर के माहौल की जानकारी दे रहे हैं। इस वीडियो में असलम कहता है कि वो भी अपने साथी कन्हैया का साथ निभाने के लिए कांवड़ यात्रा में शामिल हो रहा है और इसके लिए उसे घर-परिवार या समुदाय के किसी भी सदस्य ने नहीं रोका है। बता दें कि इस वीडियो को ‘स्वाति मिश्रा’ नामक एक्स हैंडल यूजर ने पोस्ट किया है।
प्यार का पैगाम
उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले से इन दिनों मामूली खिंचा-तानी की खबरें सामने आई जिसकी प्रमुख वजह कांवड़ रूट वाली दुकानों पर नेमप्लेट लगाने का निर्देश बताया गया। दावा किया गया इससे दो समुदायों के बीच आंतरिक द्वेश फैल सकता है। हालाकि सुखद बात ये है कि नेमप्लेट लगाने के फरमान जारी होने के बाद भी असलम नामक युवा कांवड़ यात्रा का हिस्सा बन रहा है। इसे प्यार भरे पैगाम के रूप में देखा जा रहा है और सोशल मीडिया पर लोग इस पहल की खूब तारीफ कर रहे हैं।