Friday, November 22, 2024
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करोड़ो रुपये की GST धोखाधड़ी के मामले का हुआ भंडाफोड़, अधिकारियों ने कसा आरोपियों पर शिकंजा

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GST Council Meeting: सोशल मीडिया के तमाम प्लेटफॉर्म पर आज गुड्स एंड सर्विस टैक्स (GST) काउंसिल की 54वीं बैठक को लेकर खूब सुर्खियां बन रही हैं।

GST Fraud: जीएसटी को लेकर आज भी व्यापारियों और ग्राहकों में बहस देखने को मिल ही जाती है। उनकी माने तो इसे समझ पाना आम लोगों की बात नहीं है। इसके लिए काफी माथा पच्ची करनी पड़ती है तब जाके इसके नियम कानून समझ में आते हैं। शायद यही वजह है कि इसको लेकर बाजार से धोखाधड़ी की खबर भी सुनने को मिल ही जाती है। ताजा खबर यूपी से है, जहां जीएसटी के मामले में धोखाधड़ी को लेकर तीन आरोपियों को हिरासत मे लिया गया है। उन पर 557 करोड़ रुपयो की हेरा-फेरी के आरोप हैं।

क्या है मामला

खबरों की माने तो जीएसटी अधिकारियों ने फर्जी तौर तरीकों से 557 करोड़ रुपये का इनपुट टैक्स क्रेडिट (ITS) पास कराने के मामले में शामिल 246 फर्जी संस्थाओं से जुड़े दो फर्जी बिलिंग रैकेट का खुलासा किया है। अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि ये फर्जी रैकेट इस तरह के स्कैम को अंजाम देता था। इसके साथ ही अधिकारियों ने इस मामले में तीन प्रमुख संचालकों को गिरफ्तार किया है। खबरों की माने तो इन रैकेट्स को पहले भी फर्जी कंपनियों के साथ संबंध रहा है।

जब्त किए गए मौबाइल फोन और लैपटॉप

जीएसटी अधिकारियों ने इस मामले में कार्यवाही करते हुए दो आरोपियों के लैपटॉप और मोबाइल फोन को जब्त कर लिया है और साथ ही इन्हें फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया है। इसके अतिरिक्त फोन और लैपटॉप से अवैध लेन-देन के संबंध में चैट और मैसेज भी मिले हैं। फर्जी जीएसटी बिल, बही खाता बिल और चालान आदि मिलने से इन आरोपियों पर गंभीर कार्यवाही की जा सकती है।

वित्त मंत्रालय ने दी ये जानकारी

खबरों की माने तो इस मामले में वित्त मंत्रालय ने बैंक कर्मचारियों के संलिप्तता के अंदेशे भी लगाए हैं। उनकी माने तो इस मामले में बैंक कर्मचारी भी शामिल हो सकते हैं क्योंकि बिना उनकी मर्जी के फर्जी नामों से खाता नहीं खोला जा सकता है। मंत्रालय ने यह भी कहा कि इन जैसे अवैध काम करने वाले लोग ही मामूली मौद्रिक लाभ के बदले गरीब, जरूरतमंद और अति पिछड़े लोगों की आईडी हासिल करने में माहिर हैं। मंत्रालय ने यह भी स्पष्ट किया कि दो आरोपी क्रमशः आनंद कुमार और अजय कुमार को हिरासत में ले लिया गया है और उन पर जांच के उपरांत कड़ी कार्यवाही की जाएगी।

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Gaurav Dixit
Gaurav Dixithttp://www.dnpindiahindi.in
गौरव दीक्षित पत्रकारिता जगत के उभरते हुए चेहरा हैं। उन्होनें चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय से अपनी पत्रकारिता की डिग्री प्राप्त की है। गौरव राजनीति, ऑटो और टेक संबंघी विषयों पर लिखने में रुची रखते हैं। गौरव पिछले दो वर्षों के दौरान कई प्रतिष्ठीत संस्थानों में कार्य कर चुके हैं और वर्तमान में DNP के साथ कार्यरत हैं।

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