Viral Video: अंधेरे को रोशन करने के लिए मोमबत्ती जलाई जाती हैं। लेकिन क्या आपको पता है,सेंटेड मोमबत्ती की रोशनी आपके शरीर का कबाड़ कर सकती हैं। अगर नहीं पता तो इस वीडियो को एक बार जरुर देख लें। क्योंकि यहां पर आपको इन खूशबूदार मोमबत्ती से होने वाले नुकसनों के बारे में जानकारी मिलेगी। इसकी जानकारी doctor.sethi ने अपने इंस्टाग्राम पेज पर शेयर की है। जो कि, अब काफी तेजी से वायरल हो रही है। इस वीडिय को 1 लाख 24 हजार से ज्यादा लोगों ने लाइक किया है। Viral Video में उन्होंने बताया कि, किस तरह से ये सेंटेड मोमबत्ती आपके फेफड़ों को खराब कर सकती हैं। ये गाड़ी से निकलने वाले धुंए से भी खतरनाक बताई हैं।
सेंटेड मोमबत्ती क्यों हैं खतरनाक?
doctor.sethi के अनुसार , इन सेंटेड कैंडल बनाने में सिंथेटिक फ्रेग्रेंस का इस्तेमाल किया जाता है। इसमें पैथालेट्स (phthalates) मौजूद होते हैं। इन मोमबत्तियों के जलने के बाद पैथालेट्स हवा में घुल जाता है। जिसके बाद ये हमारे शरीर के अंदर चला जाता है। इससे केमिकल निमोनिया हो सकता है। जिसकी वजह से फेफड़ो में जलन होने लगती है। इसके साथ ही ये अपनी दिमागी शांति को भी भंग हो सकती है। इनके बहुत ज्यादा इस्तेमाल से अस्थमा जैसी बीमारी भी हो सकती है।
इन बीमारियों को देती हैं दावत
इन सुगांधित मोमबत्तियों में कई सारे केमिकल मिलाए जाते हैं। जो कि, सिगरेट और बीड़ी से भी ज्यादा खतरनाक होते हैं। कैंडल्स की पैराफिन वैक्स में टॉक्सिक एसीटोन, फिनोल, जाइलिन, क्रेसोल और ब्लोरोबेंजीन जैसे रसायनिक होते हैं। जो कि, कैंसर फेफड़ों और ब्रेन संबंधी बीमारी को पैदा कर सकते हैं।
इंसानों के साथ-साथ ये जानवरों के लिए भी काफी हानिकारक होती है। इसका धुआं कुत्ते या बिल्ली में रेस्पिरेटरी समस्याओं को बढ़ा सकता है। जिसकी वजह से वह बीमार हो सकते हैं।
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