Viral Video: केरल का वायनाड जिला इन दिनों प्राकृतिक आपदा का शिकार बना हुआ है। दरअसल भारी बारिश के कारण वायनाड व आस-पास के जिलों में कई जगहों पर भूस्खलन हुआ है जिसकी चपेट में आने से अब तक 250 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। केरल में आई इस भीषण त्रासदी के बाद भारतीय थल सेना, नौसेना, वायु सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ व स्थानिय प्रशासन के जवान लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन का काम कर रहे हैं जिससे कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को सुरक्षित रूप से बाहर निकाला जा सके।
सोशल मीडिया पर इसी क्रम में वायनाड में चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन का एक वीडियो (Viral Video) तेजी से वायरल हो रहेा है जिसमे हमारे जाबाज जवानों को राहत-बचाव करते देखा जा सकता है। इस वीडियो में भारतीय सेना के जवान कड़ी मशक्कत से एक अस्थायी ब्रिज का निर्माण कर रहे हैं ताकि मलबे में फंसे हुए लोगों तक पहुंचा जा सके और उन्हें बचाया जा सके। रेस्क्यू ऑपरेशन से जुड़े इस वीडियो के वायरल होने के साथ ही लोगों को गर्व की अनुभूति हो रही है और यूजर्स जमकर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
केरल के वायनाड (Wayanad Landslide) में आई प्राकृतिक आपदा के बाद सेना के जवानों द्वारा लगातार राहत-बचाव का कार्य किया जा रहा है। रेस्क्यू ऑपरेशन के बीच ही सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है जिसमे सेना के जवान कड़ी मशक्कत करते नजर आ रहे हैं।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस वीडियो को ‘अमर प्रसाद रेड्डी’ के आधिकारिक एक्स हैंडल से जारी किया गया है कि जिसे अब तक सत्तर हजार से ज्यादा लोग देख चुके हैं। वहीं हजारों लोगों की प्रतिक्रिया भी सामने आ चुकी है और लोग ये क्लिप देखकर गर्व की अनुभूति कर रहे हैं। इस वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे भारतीय सेना के जवान एक अस्थायी ब्रिज का निर्माण कर भूस्खलन प्रभावित इलाकों में पहुंचने का प्रयास कर रहे हैं ताकि पहाड़ के मलबो में फंसे लोगों को बचाया जा सके।
भूस्खलन से प्रभावित हुआ केरल राज्य
केरल राज्य पर कुदरत की आफत आ बरसी है। दरअसल भारी बारिश के कारण केरल के विभिन्न हिस्सों में भूस्खलन जैसी प्राकृतिक आपदा आई है जिसकी चपेट में आने से अब तक 250 से ज्यादा लोगों के मौत होने की खबर है तो वहीं सैकड़ो लोग अभी भी लापता बता जा रहे हैं। बता दें कि भूस्खलन के कारण केरल के जिन इलाकों में तबाही मची है उसमें प्रमुख रूप से वायनाजड जिले का मुंडक्कई, चूरलमाला और मलप्पुरम जिले का नीलांबुर वन क्षेत्र शामिल है।