Gurpatwant Singh Pannun: भारत और कनाडा के बीच संबंध एक बार फिर पटरी पर लौट रहे हैं। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि कनाडा के मंत्री (Canada Minister) भारत की क्षेत्रीय अखंडता के समर्थन में बयान जारी कर रहे हैं। कनाडा (Canada) के उप विदेश मंत्री डेविड मॉरिसन (David Morrison) का कहना है कि ‘भारत एक है।’ ऐसे में भारत की संप्रभुता का सम्मान होना चाहिए। कनाडा के इस मंत्री से मिले समर्थन के बाद भारत की साख वैश्विक स्तर पर और मजबूत हुई है।
हालाकि वैश्विक मंच पर भारत की बढ़ती साख अब खालिस्तानी आतंकी (Khalisatani Terrorist) गुरपतवंत सिंह पन्नू (Gurpatwant Singh Pannun) को हज़म नहीं हो रही है। सिख फॉर जस्टिस (Sikhs for Justice) के चीफ पन्नू ने भारत के प्रति कनाडा का रूख बदलने के बाद अब चीन (China) का दरवाजा खटखटाते हुए ‘ड्रैगन’ से बड़ी मांग कर दी है। ऐसे में आइए हम आपको इस पूरे प्रकरण के बारे में विस्तार से बताते हैं।
भारत की बढ़ती साख से घबराया Gurpatwant Singh Pannun
पीएम नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत की साथ वैश्विक मंचों पर दिन-प्रतिदिन मजबूत हुई है। इसका सीधा उदाहरण पीएम मोदी का रूस और यूक्रेन (Russia-Ukraine War) दौरा रहा है। एक ओर जहां अन्य देश रूस और यूक्रेन से दूरी बना रहे हैं तो वहीं पीएम मोदी (PM Modi) ने महीने भर के अंदर दोनों देशों का दौरा कर राष्ट्राध्यक्षों से मुलाकात की और शांति व्यवस्था कायम रखने की अपील की। बीतते समय के साथ भारत और कनाडा (India-Canada) के बीच भी तल्खियां कम हो रही हैं और कनाडा के उप विदेश मंत्री डेविड मॉरिसन (David Morrison) ने भारत की संप्रभुता का सम्मान करने की बात कही है।
कनाडाई मंत्री इस बयान के बाद अमेरिका (America) में बैठा सिख फॉर जस्टिस (Sikhs for Justice) का चीफ गुरपतवंत सिंह पन्नू (Gurpatwant Singh Pannun) घबराता नजर आया है। खालिस्तानी आंतकी पन्नू ने आनन-फानन में भारत के प्रतिद्वंदी चीन का दरवाजा खटखटाते हुए बड़ी मांग कर दी है। पन्नू ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग का जिक्र करते हुए कहा कि ‘अब समय आ गया है कि चीनी सेना को अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh) वापस लेने का आदेश दें।’ पन्नू अपने इस बयान से भारत-चीन के संबंधों के बीच अस्थिरता लाना चाहता है। हालाकि उसके मंसूबे फिलहाल कामयाब नहीं होते नजर आ रहे हैं।
भारत और Canada के संबंध क्यों बिगड़े थे?
वर्ष 2023 में भारत और कनाडा के बीच काफी उतार-चढ़ाव भरे संबंध रहे थे। दरअसल 18 जून 2023 को एक गुरुद्वारे की पार्किंग में खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर (Hardeep Nijjar) की हत्या कर दी गई थी। इस हत्या के बाद कनाडा (Canada) में तमाम उतार-चढ़ाव देखे गए और निज्जर व पन्नू (Gurpatwant Singh Pannun) समर्थकों ने जमकर हंगामा खड़ा किया। कनाडा की जस्टिन ट्रूडो (Justin Trudeau) सरकार द्वारा इस हत्या में भारतीय एजेंसियों का हाथ होने का जिक्र किया गया जिसके बाद भारत-कनाडा के बीच संबंध लगातार खराब होते रहे। हालाकि अभी स्थिति थोड़ी सामान्य है और दोनों देश के बीच संबंध पटरी पर लाने की कोशिश जारी है।