China Controversial Map: पड़ोसी देश चीन इन दिनों अपने नए नक्शे को लेकर आलोचनाओं का सामना कर रहा है। चीन ने हाल ही में एक नया और विवादित नक्शा जारी किया था। चीन ने कई पसोड़ी देशों के हिस्सों को अपने क्षेत्र में दिखाया था। जिसके बाद से लगातार चीन के नए नक्शे का विरोध हो रहा है। सबसे पहले भारत ने इस नक्शे पर कड़ी आपत्ति जताई थी। जिसके बाद कई और देशों इसका विरोध किया है। अब जापान भी इसके विरोध में उतर आया है। जापान ने चीन के नए नक्शे को मानने से इनकार कर दिया है।
‘जापान बोला-सेनकाकू द्वीप हमारा है’
जापान के मुख्य कैबिनेट सचिव मात्सुनो हिरोकाजु ने टोक्यो में मीडियाकर्मियों को बताया कि उनके देश ने चीन के नए मानक मानचित्र पर राजनयिक माध्यमों के जरिए चीन के सामने कड़ा विरोध जताया है। हिरोकाजु के मुताबिक, मानचित्र में सेनकाकू द्वीप समूह का विवरण बीजिंग के दावों पर आधारित है। एनएचके वर्ल्ड (जापानी सार्वजनिक प्रसारक) के अनुसार, हिरोकाजू ने कहा कि द्वीप निर्विवाद रूप से इतिहास और अंतरराष्ट्रीय कानून दोनों के संदर्भ में जापान के क्षेत्र का “अंतर्निहित हिस्सा” हैं।
चीन ने जापान के दावों को किया खारिज
उन्होंने कहा कि जापान ने राजनयिक माध्यमों से बीजिंग के समक्ष कड़ा विरोध दर्ज कराया है और मानचित्र पर विवरण को तत्काल वापस लेने की मांग की है। हालांकि, एनएचके के अनुसार, चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बीजिंग द्वारा जारी एक नए मानचित्र में जापान के सेनकाकू द्वीपों के विवरण पर जापानी सरकार के विरोध को खारिज कर दिया है।
विवादित नक्शे का कई देशों ने किया विरोध
बता दें चीन के नए विवादित नक्शे पर कई देशों ने आपत्ति जताई है। भारत के विरोध के बाद फिलीपीन्स, मलेशिया, वियतनाम और ताइवान जैसे देशों में भी इस नक्शे का विरोध किया है। इन देशों का कहना है की चीन पहले भी अपनी विस्तवावादी नीति के चलते ऐसी हरकतें करता आया है, लेकिन हम चीन की इस नीति का कड़ा विरोध करते हैं। सभी देशों ने चीन को कड़े शब्दों में चेतावनी दी है। वहीं, अब रूस ने भी इस नक्शे को मानने से इनकार कर दिया है। चीन ने भारत समेत कई देशों के हिस्सों को अपने क्षेत्र में दिखाया है।
देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘DNP INDIA’ को अभी subscribe करें। आप हमें FACEBOOK, INSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो कर सकते हैं।