Monday, November 18, 2024
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Bangladesh Job Quota Protest: बांग्लादेश में भारी हिंसा के बीच हसीना सरकार का बड़ा फैसला, सभी स्कूल कॉलेजों को किया गया बंद

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Muhammad Yunus: भारत के पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश में राजनीतित उथल-पुथल के बाद स्थिति असामान्य होती देखी गई। पूर्व पीएम शेख हसीना के इस्तीफे और तख्तापलट के बाद हिंसक प्रदर्शनकारियों द्वारा बांग्लादेश में रहने वाले अल्पसंख्यक हिंदुओं को टार्गेट कर उन पर हमला किया गया।

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CM Yogi Adityanath: बांग्लादेश में 'आवामी लीग' के हाथों से सत्ता चली गई है और शेख हसीना के इस्तीफे के बाद अंतरिम सरकार का गठन भी हो गया है। दावा किया जा रहा है कि स्थिति धीरे-धीरे फिर सामान्य हो जाएगी।

Bangladesh Job Quota Protest: बांग्लादेश में छात्रों और सरकार के साथ हिंसक झड़प में करीब 6 लोगों की मौत हो गई है और करीब 100 से अधिक लोगों के घायल होने की खबर है। दरअसल बांग्लादेश में लाखों की संख्या में छात्र बीते 1 जुलाई से आरक्षण करने को लेकर सड़कों पर विरोध प्रदर्शन कर रहे है। रिपोर्टों के अनुसार, मृतकों में से कम से कम तीन छात्र थे, जबकि मंगलवार को हिंसा में लगभग 400 अन्य घायल हो गए।

बांग्लादेश सरकार ने स्कूल कॉलेजों को किया बंद

बीते दिन यानि 16 जुलाई को बांग्लादेश में हिंसक झड़प को लेकर 6 लोगों को मौत हो गई थी वहीं 100 से अधिक लोगों के घायल होने की खबर है इसी बीच बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने सभी कॉलेजों और स्कूलों को अगले आदेश तक बंद करने का निर्देश दे दिया है इसके अलावा कई जगहों पर भारी सुरक्षाबलों की तैनाती की गई ताकि हिंसा को रोका जा सके।

युवा क्यों कर रहे है आरक्षण का विरोध

बता दें कि बांग्लादेश में विरोध प्रदर्शन 1 जुलाई से ही शुरू हो गया था। प्रदर्शन उस वक्त शुरू हुआ जब बांग्लादेश सुप्रीम कोर्ट ने देश के 1971 के के स्वतंत्रता संग्राम में लड़ने वाले लोगों के वंशजों के लिए 30 प्रतिशत सरकारी नौकरी कोटा फिर से बहाल करने का फैसला सुनाया। सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के बाद से ही युवा सड़क पर उतर गए।

युवाओं को डर है कि अगर 1971 के स्वतंत्रता संग्राम में लड़ने वाले लोगों के वंशजों को 30 प्रतिशत आरक्षण मिलता है तो उन्हें सरकारी नौकरियों में आने का मौका न मिले इसी को लेकर युवा आरक्षण खत्म करने और इस फैसले को वापस लेने की मांग कर रहे है।

भारी संख्या में सुरक्षाबलों को बुलाया गया है

देश भर के सार्वजनिक विश्वविद्यालय परिसरों में रात भर दंगा होने के बाद अधिकारियों ने आज चार प्रमुख शहरों में अर्धसैनिक बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) के जवानों को बुला लिया। माना जा रहा है कि इससे हिंसा रोकने में मदद मिल सकती है।

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