Bangladesh Unrest: बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद से ही भारत एक्टिव मोड में नजर आ रहा है। आपको बता दें कि बीते दिन यानि 5 अगस्त को बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने इस्तीफा दे दिया और वह देश छोड़कर कल देर शाम गाजियाबाद के हिंडन एयरपोर्ट पहुंची। कयास लगाए जा रहे थे कि वह दिल्ली से सीधा लंदन के लिए रवाना होंगी। हालांकि अभी तक इसे लेकर अधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। इसी बीच भारत बांग्लादेश की स्थिति पर नजर बनाए हुए है।
लेकिन अब सबसे बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या भारत अस्थिर पड़ोसी देशों के साथ रह रहा है। हम ऐसा इसलिए कह रहे कि क्योंकि पाकिस्तान में स्थिति ठीक नहीं है, वहीं अब बांग्लादेश में भी कुछ ऐसी स्थिति बन गई है। इसके अलावा नेपाल में एक कम्युनिस्ट सरकार सत्ता में है। अफगानिस्तान में भी तालिबान का राज है। चलिए आज हम इस लेख के माध्यम से भारत को अपने पड़ोसी देशों से चुनौतियों के बारे में बताते है।
आतंकवाद एक बड़ी चुनौती
गौरतलब है कि भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान और बांग्लादेश में कई आंतकवादी संगठन मौजूद है जो मौका देखते ही भारत को नुकसान पहुंचा सकते है। अब क्योंकि बांग्लादेश की कमान सेना के हाथों में आ गई है तो यह लाजमी है कि कई आतंकवादी संगठन सक्रिया हो जाएंगे और भारत को नुकसान पहुंचा सकते है। हालांकि भारत इसे लेकर सजग है।
बांग्लादेश में पाकिस्तान का दखल
आपको बता दें कि बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद अब कयास लगाए जा रहे है कि बांग्लादेश में पाकिस्तान का हस्ताक्षेप बढ़ेगा, जो भारत के लिए एक बड़ा सिरर्दद साबित हो सकता है। माना जा रहा है कि ढाका की अंतरिम सरकार में जमात ए इस्लामी का प्रभाव देखने को मिल सकता है, सबसे बड़ी बात यह है कि जमात और भारत के रिश्तें अच्छे नहीं रहे है और जमात बांग्लादेश की राजनीति में पाकिस्तान के लौटने के रास्ते खोल सकते है।
चीन एक बड़ी चुनौती
मालूम हो कि भारत का पड़ोसी देश चीन लंबे समय से बांग्लादेश और पाकिस्तान में निवेश करता आ रहा है। वहीं अब बांग्लादेश में तख्तापलट के साथ चीन चाहेगा कि वह बांग्लादेश में दखल दें। अगर चीन बांग्लादेश में दखल देता है तो भारत के लिए एक बड़ी चुनौती सामने आ सकती है। मालूम हो कि पाकिस्तान में भी चीन अपने पैर पसार रहा है।
बांग्लादेश सीमा से भारत में अवैध घुसपैठ
बांग्लादेश की सीमा से भारत के ऊपर कई तरह का खतरा मंडराता रहा है। बांग्लादेश से भारत में अवैध घुसपैठ के कारण शरणार्थियों की संख्या बढ़ती जा रही है। वहीं अब बांग्लादेश में हुई घटना के बाद आतंकवादी भी भारत में घुसपैठ की साजिश कर सकते है। जो भारत के लिए एक चिंता का विषय है।
गौरतलब है कि भारत ऐसे पड़ोसियों से घिरा हुआ है जहां सियासी उठा – पटक जारी है। चाहे वह पाकिस्तान हो या फिर बांग्लादेश। मालूम हो कि नेपाल में एक कम्युनिस्ट सरकार सत्ता में है। अफगानिस्तान में भी तालिबानी सरकार है। हिंद महासागर में मालदीव एक बड़ी चुनौती है। हालांकि भारत इसे लेकर काफी सजग है और कई अहम जरूरी कदम उठा रहा है।